अयोध्याः कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण इस बार अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम की रूपरेखा योगी सरकार ने बदल दी है. इस बार यह आयोजन तीन दिवसीय होगा और इस आयोजन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बेहद सीमित संख्या में लोगों को जाने की अनुमति होगी. इस बार अयोध्या का दीपोत्सव इसलिए बेहद खास होने वाला है, क्योंकि अयोध्या में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में इस वर्ष पांच लाख पचास हजार दीप जलाने का लक्ष्य तय किया गया है. अगर यह लक्ष्य पूरा होता है तो एक बार फिर से अयोध्या में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा. दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर अयोध्या जिला प्रशासन ने बैठक के दौरान आयोजन से जुड़े तमाम संगठन के सदस्यों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर विचार विमर्श किया.
12 अक्टूबर को निकाली जाएगी भव्य शोभायात्रा
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित तैयारी बैठक की अध्यक्षता करते हुए मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल ने बताया कि इस बार भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम 11 नवम्बर से 13 नवम्बर 2020 तक 03 दिवसीय होगा. इस बार मुख्य कार्यक्रम के एक दिन पूर्व 12 नवम्बर को साकेत डिग्री कॉलेज से रामायाण काल पर आधारित 11 झाॅकियाॅ निकाली जाएंगी. शोभायात्रा में निकाली जा रही झाॅकियो में सचित्र पात्र होंगे जो रामायण काल में घटित घटनाओ का सचित्र दृश्य प्रस्तुत करेंगे.
हेलीकॉप्टर से होगी पुष्प वर्षा
बैठक में जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने तैयारी बैठक का बिन्दुवार व्यौरा प्रस्तुत करते हुए बताया कि 13 नवम्बर को मुख्य कार्यक्रम रामकथा पार्क, रामकी पैड़ी, नयाघाट, सरयू आरती स्थलों पर आयोजित होगा. रामकथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा श्री राम सीता, लक्ष्मण जी के स्वरूप की आरती के साथ उनका विधिविधान से राज्याभिषेक किया जाएगा. इस दौरान हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा होगी. सांयकाल सरयू आरती के पश्चात भजन संध्या स्थल पर रामलीला का आयोजन तथा राम की पैड़ी पर दीपा प्रज्वलन का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. राम की पैड़ी पर दीप प्रज्जवलन के दौरान राम की पैड़ी पर रामदरबार सजाया जाएगा.
शासन द्वारा जारी परिचय पत्र के आधार पर होगा प्रवेश
बैठक में मौजूद डीआईजी/एसएसपी अयोध्या दीपक कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था तथा कोविड-19 की दृष्टिकोण से वही लोग प्रवेश कर पायेंगे जिनके पास जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए परिचय पत्र होंगे. उन्होंने बताया कि अयोध्या आने वाले हर मार्गो पर हर तरीके की चाक चैबन्द सुरक्षा व्यवस्था रहेगी.
दीपोत्सव और कार्तिक पूर्णिमा मेले के मद्देनजर लगाई गई धारा 144
आगामी नवंबर माह में अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम और कार्तिक पूर्णिमा स्नान परिक्रमा मेले के मद्देनजर धारा 144 की समय अवधि बढ़ा दी गई है. अब 17 दिसंबर तक जिले में निषेधाज्ञा लागू रहेगी. धारा 144 के अंतर्गत जारी निषेधाज्ञा के दौरान बिना जिला प्रशासन की अनुमति के किसी भी व्यक्ति या धार्मिक एवं राजनैतिक संगठनों/संस्थाओं/व्यक्तियों द्वारा जनपद अयोध्या के विभिन्न भागों में धरना, प्रदर्शन, जुलूस, मार्च, पदयात्रा, जिस से शांति व्यवस्था भंग होने का खतरा हो, ऐसे कार्यक्रमों को करने की अनुमति नहीं मिलेगी. यदि कोई कार्यक्रम आयोजित करना चाहता है तो उसे पूर्व में जिला प्रशासन से लिखित अनुमति लेनी पड़ेगी. ऐसा ना करने वाले के खिलाफ विधिक कार्रवाई जिला प्रशासन करेगा.
14 कोसी पंचकोसी परिक्रमा का है पर्व
आपको बता दें कि इन दिनों पूरे देश भर में नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा की धूम है. जिसके बाद बरावफात, महर्षि वाल्मीकि जयंती, सरदार वल्लभभाई पटेल एवं आचार्य नरेंद्र देव जयंती, नरक चतुर्दशी, दीपोत्सव, धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज, चित्रगुप्त जयंती, वीरांगना ऊदा देवी शहीद दिवस, छठ पूजा पर्व, गुरु नानक जयंती, कार्तिक पूर्णिमा स्नान और पंचकोशी और 14 कोसी परिक्रमा का पर्व है. इसके अतिरिक्त कई सेवा आयोगों की प्रतियोगी परीक्षाएं भी आयोजित होनी है. इन आयोजनों को ध्यान में रखते हुए निषेधाज्ञा की समयावधि में विस्तार किया गया है.
6 दिसंबर को अयोध्या में है विवादित ढांचे के विध्वंस की बरसी
जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आगामी दिसंबर माह में 6 दिसंबर को अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस की बरसी भी है. इस कारण अयोध्या की सुरक्षा बेहद संवेदनशील है. राम नगरी में सब कुछ सामान्य रहे और सब सुरक्षित रहें. इसे दृष्टिगत रखते हुए धारा 144 की समय अवधि बढ़ाई गई है. जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जो भी व्यक्ति संस्था या संगठन धारा 144 के निर्देशों का उल्लंघन करेगा. उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. जिला अधिकारी अनुज कुमार झा ने सभी विभागों के अधिकारियों को सख्ती से निषेधाज्ञा का पालन कराने के निर्देश दिए हैं.