अयोध्याः मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या वैसे तो किसी पहचान की मोहताज नहीं है. ब्रह्म ऋषि के बेटे महाराज मनु के पुत्र इक्ष्वाकु द्वारा बसाई गई इस धरती पर वैष्णव परंपरा के देवी-देवताओं की पूजा अर्चना के साथ बौद्ध,जैन, सिख धर्म के धर्मगुरुओं की भी पूजा अर्चना-आराधना की जाती है. अभी तक जहां यह पावन नगरी आध्यात्मिक की दृष्टि से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थी. वहीं अब बॉलीवुड की चमक दमक का असर भी इस आध्यात्मिक नगरी पर भी दिखाई देने लगा है. पिछले दो वर्षों में भोजपुरी और बॉलीवुड के कई बड़े फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों ने अयोध्या में अपनी फिल्में बनाई है और यह सिलसिला जारी है. इससे न सिर्फ इस विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी को एक नई पहचान मिल रही है, बल्कि स्थानीय कलाकारों को भी अपने ही शहर में काम करने का मौका मिल रहा है.
राम नगरी अयोध्या की शास्त्रीय सीमा के अतिरिक्त पूरे जनपद में कई विभिन्न दार्शनीय स्थलों में फिल्म शूटिंग से जुड़ी संभावनाओं को देखते हुए प्रकाश झा, मधुर भंडारकर जैसे दिग्गज फिल्म निर्देशक भी आकर्षित हो रहे हैं. बीते दिनों मशहूर वेब सीरीज आश्रम की शूटिंग ने अयोध्या को नई पहचान दी है. वहीं भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की ओर से भी लगातार कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग अयोध्या में होती रही है.
हाल ही में हुई भोजपुरी फिल्म की शूटिंग
बीते महीने मशहूर भोजपुरी फिल्म अभिनेता अरविंद अकेला कल्लू अभिनीत फिल्म 'कल्लू की दुल्हनिया' की शूटिंग भी अयोध्या के कई प्रमुख दर्शनीय स्थलों पर की गई. अयोध्या में मौजूद राम की पैड़ी, सरयू घाट, बहू बेगम का मकबरा, गुलाब बाड़ी, कंपनी गार्डन के अलावा कई बड़े रिजार्ट इस आध्यात्मिक नगरी को बड़ी पहचान दे रहे हैं. जिसकी वजह से फिल्मी दुनिया से जुड़े लोग अयोध्या में एक सुनहरे भविष्य की संभावनाओं को तलाशते हुए पहुंच रहे हैं.
धर्मनगरी की तरफ रुख करने लगे फिल्म निर्माता
अयोध्या में शूट होने वाली कई फिल्मों में काम कर चुके स्थानीय फिल्म कलाकार जनार्दन पांडे बबलू पंडित ने बताया कि जब अयोध्या में मंदिर-मस्जिद का विवाद था, उस समय सुरक्षा कारणों के चलते इस शहर में कलाकारों का आना न के बराबर था. जब से इस विवाद का पटाक्षेप हो गया तो बड़ी संख्या में फिल्म निर्देशक और कलाकार अयोध्या की तरफ रुख कर रहे हैं और यहां पर फिल्में बनाने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. बबलू पंडित ने बताया कि आने वाले दिनों में रणबीर हुड्डा की एक फिल्म अयोध्या में बनाई जानी है. इसके अलावा अक्षय कुमार और कंगना राणावत भी धार्मिक नगरी अयोध्या में फिल्म की शूटिंग की योजना पर काम कर रहे हैं. लगभग 12 फिल्में अयोध्या में शूटिंग करने के लिए जगहों का चयन किया जा रहा है.
शूटिंग की अनुमति लेने में परेशानी
जनार्दन पांडे ने कहा कि प्रतिबंध पहले से कम तो हो गए हैं, लेकिन अभी भी अयोध्या में फिल्मों की शूटिंग से जुड़ी अनुमति के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिसकी वजह से कई बड़ी फिल्में बनते-बनते कई और शहरों की तरफ अपना रुख कर देती हैं. स्थानीय कलाकारों के भविष्य को देखते हुए अयोध्या में फिल्मों की शूटिंग को लेकर सरकार और प्रशासन द्वारा सहयोग उपलब्ध कराए. जिससे इस आध्यात्मिक पर्यटन नगरी को बॉलीवुड की दुनिया में भी एक और बड़ी पहचान मिले.
स्थानीय कलाकारों की बढ़ी उम्मीदें
कई फिल्मों में काम कर चुके पेशे से वकील इंद्रेश त्रिपाठी की रंगमंच की दुनिया में दिलचस्पी होने का कारण उनकी काफी लंबे समय से फिल्मों में काम करने की इच्छा थी. परिवार की जिम्मेदारियों के कारण वह मुंबई तो नहीं जा सके लेकिन जब मुंबई का फिल्म सेट अयोध्या में लगा और बड़े निर्देशक और कलाकार शूटिंग करने पहुंचे, तो कई स्थानीय कलाकारों की तकदीर भी चमक उठी. इस तरह इंद्रेश त्रिपाठी का भी सपना सच हो गया, उन्हें प्रकाश झा जैसे बड़े निर्देशक के निर्देशन में काम करने का मौका मिला. इंद्रेश त्रिपाठी की मानें तो जिस तरह से अयोध्या में निर्देशक फिल्में बनाने के लिए पहुंचना शुरू हो गए हैं, इससे स्थानीय कलाकारों की तकदीर भी बदलने की उम्मीद जगी है.
प्रदेश में फिल्म उद्योग विकास की ओर अग्रसर
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में फिल्म सिटी की स्थापना कर मुंबई की माया नगरी में हड़कंप मचा दिया है. कई बड़े कलाकारों ने नोएडा में बनने वाली फिल्म सिटी में अपना भविष्य जताते हुए इस योजना को समर्थन देकर मुंबई के फिल्म कारोबार को बड़ा झटका दिया है. हालांकि अभी इस योजना पर कोई बड़ी पहल तो नहीं हो पाई है. लेकिन अब गोरखपुर और अयोध्या जैसे शहरों में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री और बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार और निर्देशक भी पहुंच रहे हैं.