अयोध्या: रामनगरी पूरी तरह लॉकडाउन हो चुकी है. शहर में बाहर से प्रवेश करने वाले व्यक्तियों की एंट्री प्रतिबंधित है. बाजारों में सन्नाटा है. ऐसे में जरूरी वस्तुओं की उपलब्धता के लिए प्रशासन ने होम डिलीवरी की व्यवस्था शुरू कर दी है. किसी भी तरीके से भीड़ को एकत्र नहीं होने दिया जा रहा है. ऐसे में अब अयोध्या के सभी मंदिर के महंत और संतों ने निर्णय लिया है कि श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश से रोका जाए. इस निर्णय के चलते अब अयोध्या के सभी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद हो चुके हैं.
मंदिर के गर्भगृह में पुजारी ही पूजा और धार्मिक अनुष्ठान कर रहे हैं. अयोध्या का सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी मंदिर, नाका हनुमानगढ़ी, बड़ा स्थान दशरथ महल, कनक भवन, छोटी देवकाली, बड़ी देवकाली, नागेश्वर नाथ मंदिर समेत सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित है.
घर पर मानसिक पूजा करें श्रद्धालु
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि कोरोना महामारी के कहर से देश को बचाना है. ऐसे में संत समाज ने निर्णय लिया है कि अब चैत्र नवरात्र के दौरान धार्मिक अनुष्ठान का कार्यक्रम सीमित रखा जाएगा. वहीं सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा है कि श्रद्धालु घर पर रहकर ही मानसिक पूजा करें और वह यह समझें कि वे अयोध्या में ही हैं.
घर पर ही करें पूजा
नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने श्रद्धालुओं से अयोध्या न आने की अपील की है. जानकी घाट बड़ा स्थान के रसिकपीठाधीश्वर महन्त जन्मेजय शरण ने कहा है कि अयोध्या के संतों ने निर्णय लिया है कि श्रद्धालुओं को अयोध्या में एकत्र होने से रोका जाए. अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं से अपील है कि वह घर पर रहकर ही पूजा-पाठ करें.
दशरथ महल 2 अप्रैल तक बंद
दशरथ महल बड़ा स्थान के महंत देवेंद्र प्रसाद आचार्य ने कहा है कि देश में भयंकर महामारी कोरोना से लोगों को बचाने के लिए अयोध्या के मठ मंदिरों के प्रशासन ने श्रद्धालुओं के प्रवेश को प्रतिबंधित किया है. बड़ा स्थान 2 अप्रैल तक के लिए बंद रहेगा.
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चैत्र नवरात्र के दौरान अयोध्या में बड़े स्तर पर मेले का आयोजन किया जाता है. इस बार कोरोना महामारी के संकट को देखते हुए अयोध्या के संतों ने प्रशासन के साथ बैठक कर नवरात्र के दौरान विशेष आयोजन न करने का निर्णय लिया है. इसी निर्णय के चलते श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला के अस्थाई गर्भगृह में शिफ्टिंग के आयोजन को पूरी तरह भीड़ से मुक्त रखा.