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बिजली के तारों के जाल से मुक्त होगी रामनगरी

अयोध्या को बिजली के तारों के जाल से मुक्त कराने की तैयारी कर ली गई है. इस योजना को पूरा करने के लिए 1650 करोड़ का बजट पारित किया गया है. इसके साथ ही अयोध्या में 1043 ट्रांसफार्मर को अंडर ग्राउंड बनाया जाएगा.

अयोध्या
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Published : Dec 11, 2020, 3:26 PM IST

अयोध्या: उत्तर प्रदेश सरकार की योजना के तहत अयोध्या नगर निगम क्षेत्र को बिजली के तारों से मुक्त करने की योजना पास हो गई है. रामनगरी अयोध्या और फैजाबाद शहर में भूमिगत विद्युत लाइन बिछाने के लिए 1650 करोड़ों रुपए का बजट दिया जाएगा. इतना ही नहीं अयोध्या नगर निगम आस-पास के इलाकों में 1043 ट्रांसफार्मर को अंडर ग्राउंड बनाएगा. इस योजना के पूरा होने पर शहर में लगे खंभों पर तारों का जाल समाप्त हो जाएगा. इसके लिए अयोध्या जोन की डीपीआर बन चुकी है और फैजाबाद जोन की डीपीआर बनाने का काम तेजी से चल रहा है. डीपीआर बनाने का काम नेशनल पावर इंडस्ट्री की ओर से किया जा रहा है. योजना के अगले चरण में फैजाबाद शहर का डीपीआर बनाया जाएगा.

प्रमुख इलाकों में हो चुकी है अंडरग्राउंड केबलिंग

रामनगरी अयोध्या में जून में पहले चरण में 60 करोड़ रुपये का काम हो चुका है और 35 ट्रांसफार्मरों को भूमिगत किया जा चुका है. धार्मिक नगरी के प्रमुख इलाकों में अंडरग्राउंड केबल और भूमिगत ट्रांसफार्मर के जरिए ही बिजली की सप्लाई हो रही है. अब इस योजना का विस्तार करते हुए इसे पूरी धार्मिक नगरी और फैजाबाद शहर तक विस्तारित करने की योजना है. इस योजना के धरातल पर आने पर धार्मिक नगरी अयोध्या का सर्वांगीण विकास होगा और सौंदर्यीकरण के पैमाने पर अयोध्या को एक और उपलब्धि हासिल होगी.

शहर की सड़कों से हटेंगे खम्भे
अभी तक अयोध्या फैजाबाद शहर में ओवरहेड वायर के जरिए बिजली के खंभों पर बिछे बिजली के तारों से विद्युत आपूर्ति की जा रही थी. जिसके कारण तारों का एक बड़ा जाल शहर के प्रमुख चौक चौराहों और राजमार्गों पर देखने को मिलता था. कई बार इन बिजली के तारों से दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं और अक्सर बंदरों के आतंक के कारण विद्युत सप्लाई भी प्रभावित होती रही है. इसे देखते हुए इस योजना को शुरू किया जा रहा है. जिसके लिए मध्यांचल वितरण खंड ने सरकारी संस्था नेशनल पावर इंडस्ट्री को डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी दी है. अयोध्या में इसका सर्वे पूरा भी हो चुका है. जिसके तहत अयोध्या के सभी ट्रांसफार्मर को भूमिगत किया जाएगा और सभी खंभों को हटा दिया जाएगा.

एक महीने में बनकर तैयार हो जाएगा डीपीआर
फैजाबाद शहर में भी इस योजना के क्रियान्वयन के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. 1 महीने में डीपीआर बनाने का काम पूरा हो जाएगा. इसके बाद लगभग 14 करोड़ रुपए की लागत से यह योजना पूरी होगी. अयोध्या और फैजाबाद मिलाकर 1650 करोड़ रुपए की लागत से भूमिगत विद्युत लाइन बिछाने का काम पूरा होगा.

अयोध्या: उत्तर प्रदेश सरकार की योजना के तहत अयोध्या नगर निगम क्षेत्र को बिजली के तारों से मुक्त करने की योजना पास हो गई है. रामनगरी अयोध्या और फैजाबाद शहर में भूमिगत विद्युत लाइन बिछाने के लिए 1650 करोड़ों रुपए का बजट दिया जाएगा. इतना ही नहीं अयोध्या नगर निगम आस-पास के इलाकों में 1043 ट्रांसफार्मर को अंडर ग्राउंड बनाएगा. इस योजना के पूरा होने पर शहर में लगे खंभों पर तारों का जाल समाप्त हो जाएगा. इसके लिए अयोध्या जोन की डीपीआर बन चुकी है और फैजाबाद जोन की डीपीआर बनाने का काम तेजी से चल रहा है. डीपीआर बनाने का काम नेशनल पावर इंडस्ट्री की ओर से किया जा रहा है. योजना के अगले चरण में फैजाबाद शहर का डीपीआर बनाया जाएगा.

प्रमुख इलाकों में हो चुकी है अंडरग्राउंड केबलिंग

रामनगरी अयोध्या में जून में पहले चरण में 60 करोड़ रुपये का काम हो चुका है और 35 ट्रांसफार्मरों को भूमिगत किया जा चुका है. धार्मिक नगरी के प्रमुख इलाकों में अंडरग्राउंड केबल और भूमिगत ट्रांसफार्मर के जरिए ही बिजली की सप्लाई हो रही है. अब इस योजना का विस्तार करते हुए इसे पूरी धार्मिक नगरी और फैजाबाद शहर तक विस्तारित करने की योजना है. इस योजना के धरातल पर आने पर धार्मिक नगरी अयोध्या का सर्वांगीण विकास होगा और सौंदर्यीकरण के पैमाने पर अयोध्या को एक और उपलब्धि हासिल होगी.

शहर की सड़कों से हटेंगे खम्भे
अभी तक अयोध्या फैजाबाद शहर में ओवरहेड वायर के जरिए बिजली के खंभों पर बिछे बिजली के तारों से विद्युत आपूर्ति की जा रही थी. जिसके कारण तारों का एक बड़ा जाल शहर के प्रमुख चौक चौराहों और राजमार्गों पर देखने को मिलता था. कई बार इन बिजली के तारों से दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं और अक्सर बंदरों के आतंक के कारण विद्युत सप्लाई भी प्रभावित होती रही है. इसे देखते हुए इस योजना को शुरू किया जा रहा है. जिसके लिए मध्यांचल वितरण खंड ने सरकारी संस्था नेशनल पावर इंडस्ट्री को डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी दी है. अयोध्या में इसका सर्वे पूरा भी हो चुका है. जिसके तहत अयोध्या के सभी ट्रांसफार्मर को भूमिगत किया जाएगा और सभी खंभों को हटा दिया जाएगा.

एक महीने में बनकर तैयार हो जाएगा डीपीआर
फैजाबाद शहर में भी इस योजना के क्रियान्वयन के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. 1 महीने में डीपीआर बनाने का काम पूरा हो जाएगा. इसके बाद लगभग 14 करोड़ रुपए की लागत से यह योजना पूरी होगी. अयोध्या और फैजाबाद मिलाकर 1650 करोड़ रुपए की लागत से भूमिगत विद्युत लाइन बिछाने का काम पूरा होगा.

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