अयोध्या: जिले में दीपोत्सव को लेकर तैयारियां तेज हैं. ऐसे में कार्यक्रम से ठीक पहले संतों का सम्मान और कार्यक्रम की भव्यता बनी रहे इसका भी विशेष ध्यान रखते हुए डीएम अनुज झा ने अपने प्लान पर संतों और महंतों संग चर्चा की.
दीपोत्सव को भव्य रूप देने के लिए जिला प्रशासन संतों का सहयोग ले रहा है. जिला प्रशासन ने अयोध्या शोध संस्थान में प्रमुख संतों के साथ एक बैठक की, जिसमें दीपोत्सव की भव्यता कैसे दी जाए और जनमानस को कैसे जोड़ा जाए, इस पर सुझाव लिया गया. जिला प्रशासन इस बार अयोध्या में 5.5 लाख दिये जलाने की तैयारी कर रहा है.
दीपोत्सव को लेकर प्रशासन ने कसी कमर
दीपोत्सव मनाने के लिए अयोध्या तैयार है. जिला प्रशासन दीपोत्सव को लेकर कमर कस चुका है, लेकिन इस दीपोत्सव को भव्यता कैसे दी जाए और जनमानस के साथ हर वर्ग कैसे जुड़े, इसका मंथन किया जा रहा है. प्रशासन ने अयोध्या शोध संस्थान में प्रमुख संतों और महंतों के साथ एक बैठक की. इस बैठक में प्रशासन ने दीपोत्सव की भव्यता और जनमानस को कैसे जोड़ा जाए, इस पर चर्चा की. सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि अयोध्या के दीपोत्सव से संत समाज सहित हर वर्ग के लोग जुड़े, जिससे दीपोत्सव एक सरकारी कार्यक्रम न होकर जनमानस का कार्यक्रम हो सके.
इस बैठक में श्रीराम जन्मभूमि न्यास के सदस्य महंत कमलनयन दास, संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास, राम बल्लभाकुंज के अधिकारी राज कुमार दास और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास सहित कई संत-महंत शामिल हुए. इन संतों ने दीपोत्सव की भव्यता और जनमानस से जोड़ने को लेकर कई सुझाव दिए, जिसे डीएम अनुज झा ने नोट किया और दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल करने की बात कही.
अयोध्या मसले पर सुनवाई समाप्त होगी
योगी आदित्यनाथ सरकार में अयोध्या में इस बार तीसरे वर्ष दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है. यह दीपोत्सव कार्यक्रम पिछले दो वर्षो के दीपोत्सव कार्यक्रम से ज्यादा बड़ा है. खास बात यह है कि दीपोत्सव के अक्टूबर माह में सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मसले पर सुनवाई समाप्त करते हुए फैसला रिजर्व करने जा रहा है. अयोध्या के संतों की आशा है कि इस बार दीपोत्सव में श्रीराम का वनवास समाप्त होगा. श्रीराम टेंट से दिव्य भव्य मंदिर में विराजेंगे. डीएम अनुज कुमार झा ने कहा कि एक भव्य दीपोत्सव का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें 5.5 लाख दिये जलाए जाएंगे.