अयोध्या: अनलॉक-1 में केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को 8 जून से खोलने का निर्णय लिया है. जिसे लेकर जिला प्रशासन ने रविवार को सभी धर्मों के धर्मगुरुओं के साथ बैठक की. बैठक में सभी धर्मगुरुओं को जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने शासन की गाइडलाइन से अवगत कराया. इस दौरान सभी धर्मों के धर्मगुरुओं ने प्रशासन को धर्मिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य नियमों का कड़ाई से पालन कराने का आश्वासन दिया.
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि, मंदिर में एक साथ केवल पांच श्रद्धालुओं को ही प्रवेश मिलेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, मंदिर के गेट पर सैनिटाइजर रखा जाएगा और सैनिटाइजेशन के बाद ही श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले सभी श्रद्धलुओं के लिए चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही श्रद्धालु अपना बेल्ट व पर्स बाहर ही रखकर मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे.
इसके अलावा महंत राजू दास ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान मंदिरों में मिठाई और फल के प्रसाद नहीं दिए जाएंगे, बल्कि प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को केवल तुलसी दल ही दिया जाएगा. साथ ही भगवान के विग्रह पर श्रद्धालु फूल और माला नहीं चढ़ा सकेंगे. इसके अलावा मंदिर की दीवार और रेलिंग को छूने की भी मनाही रहेगी.
साथ ही बच्चों, बुजुर्गों और रोगियों को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा. ऐसे लोगों को मंदिर के बाहर दूर से ही भगवान के दर्शन करने होंगे. महंत राजू दास श्रद्धालुओं से अपील की कि जिन्हें कोई भी बीमारी है तो वो मंदिर में दर्शन करने के लिए नहीं आएं.
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वहीं, शहर इमाम समसुल कादरी ने कहा कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार ही सभी को मस्जिदों में नमाजियों को प्रवेश दिया जाएगा. वहीं इसी तरह चर्च और गुरुद्वारों में भी व्यवस्था की गई है. बैठक में जिलाधिकारी अनुज झा, एसएसपी आशीष तिवारी, शिया और सुन्नी समुदाय के धर्मगुरु, निर्वाणी अखाड़ा के महंत धर्मदास, हनुमानगढ़ी के पुजारी महंत राजू दास, नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास समेत अन्य संत-महंत मौजूद रहे.