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सीमा सील होने से पहले ये करने अयोध्या पहुंचे श्रद्धालु, प्रशासन ने रखी शर्त

राम नगरी अयोध्या में 22 नवंबर से लेकर 25 नवंबर के बीच होने वाली 14 कोसी- पंचकोसी परिक्रमा को लेकर श्रद्धालुओं ने एक अलग रास्ता निकाल लिया है. 22 नवंबर से अयोध्या की सीमा सील होने से पहले ही बड़ी संख्या में राजस्थान और हरियाणा से आए राम भक्त श्रद्धालु अयोध्या पहुंच गए हैं.

14 कोसी- पंचकोसी परिक्रमा करने अयोध्या पहुंचे श्रद्धालु.
14 कोसी- पंचकोसी परिक्रमा करने अयोध्या पहुंचे श्रद्धालु.
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Published : Nov 18, 2020, 3:53 PM IST

Updated : Nov 18, 2020, 4:05 PM IST

अयोध्या: पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर डर है. इसी के चलते राम नगरी अयोध्या में 22 नवंबर से लेकर 25 नवंबर के बीच होने वाली 14 कोसी- पंचकोसी परिक्रमा पर पाबंदी लगा दी गई है. इसकी जानकारी होने पर श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य की स्तुति के लिए एक अलग रास्ता निकाल लिया है. 22 नवंबर को अयोध्या की सीमा सील होने से पहले ही बड़ी संख्या में राम भक्त परिक्रमा के लिए अयोध्या पहुंच गए हैं.

14 कोसी- पंचकोसी परिक्रमा करने अयोध्या पहुंचे श्रद्धालु.

राजस्थान और हरियाणा से आए श्रद्धालु
बुधवार की सुबह राम नगरी अयोध्या के चतुर्दिक 5 कोस की परिधि में होने वाली पंचकोसी परिक्रमा पथ पर जय श्रीराम के उद्घोष के साथ हजारों श्रद्धालु दंडवत परिक्रमा करते नजर आए. देश के अलग-अलग राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने बताया कि प्रत्येक वर्ष वह अलग-अलग तीर्थ क्षेत्रों की परिक्रमा करते हैं. इस बार राम नगरी अयोध्या में परिक्रमा करने का उनका कार्यक्रम था. लेकिन, 22 नवंबर से अयोध्या की सीमा सील हो जाएगी. इसलिए उससे पहले ही वह भगवान राम की नगरी अयोध्या की परिक्रमा पूरी कर रहे हैं. इस परिक्रमा को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने परिक्रमा पथ पर पहुंचकर श्रद्धालुओं से बातचीत की.

श्रद्धालु लेटकर कर रहे परिक्रमा.
श्रद्धालु लेटकर कर रहे परिक्रमा.

जिला प्रशासन ने सशर्त दी है अनुमति
आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष अक्षय नवमी पर लाखों राम भक्त श्रद्धालु अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा करते हैं, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण आयोजन को सीमित कर दिया गया है. अब अयोध्या के रहने वाले लोगों को ही परिक्रमा की अनुमति दी जाएगी. इसके लिए श्रद्धालु के पास अयोध्या का आधार कार्ड भी होना चाहिए. यही कारण है कि अयोध्या के बाहर के श्रद्धालु 22 नवंबर से पहले ही अयोध्या पहुंचकर परिक्रमा कर रहे हैं.

अयोध्या: पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर डर है. इसी के चलते राम नगरी अयोध्या में 22 नवंबर से लेकर 25 नवंबर के बीच होने वाली 14 कोसी- पंचकोसी परिक्रमा पर पाबंदी लगा दी गई है. इसकी जानकारी होने पर श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य की स्तुति के लिए एक अलग रास्ता निकाल लिया है. 22 नवंबर को अयोध्या की सीमा सील होने से पहले ही बड़ी संख्या में राम भक्त परिक्रमा के लिए अयोध्या पहुंच गए हैं.

14 कोसी- पंचकोसी परिक्रमा करने अयोध्या पहुंचे श्रद्धालु.

राजस्थान और हरियाणा से आए श्रद्धालु
बुधवार की सुबह राम नगरी अयोध्या के चतुर्दिक 5 कोस की परिधि में होने वाली पंचकोसी परिक्रमा पथ पर जय श्रीराम के उद्घोष के साथ हजारों श्रद्धालु दंडवत परिक्रमा करते नजर आए. देश के अलग-अलग राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने बताया कि प्रत्येक वर्ष वह अलग-अलग तीर्थ क्षेत्रों की परिक्रमा करते हैं. इस बार राम नगरी अयोध्या में परिक्रमा करने का उनका कार्यक्रम था. लेकिन, 22 नवंबर से अयोध्या की सीमा सील हो जाएगी. इसलिए उससे पहले ही वह भगवान राम की नगरी अयोध्या की परिक्रमा पूरी कर रहे हैं. इस परिक्रमा को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने परिक्रमा पथ पर पहुंचकर श्रद्धालुओं से बातचीत की.

श्रद्धालु लेटकर कर रहे परिक्रमा.
श्रद्धालु लेटकर कर रहे परिक्रमा.

जिला प्रशासन ने सशर्त दी है अनुमति
आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष अक्षय नवमी पर लाखों राम भक्त श्रद्धालु अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा करते हैं, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण आयोजन को सीमित कर दिया गया है. अब अयोध्या के रहने वाले लोगों को ही परिक्रमा की अनुमति दी जाएगी. इसके लिए श्रद्धालु के पास अयोध्या का आधार कार्ड भी होना चाहिए. यही कारण है कि अयोध्या के बाहर के श्रद्धालु 22 नवंबर से पहले ही अयोध्या पहुंचकर परिक्रमा कर रहे हैं.

Last Updated : Nov 18, 2020, 4:05 PM IST
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