अयोध्या: फैजाबाद कचहरी में बनी बहुमंजिला बिल्डिंग में भ्रष्टाचार की एक तस्वीर दिखाई पड़ी है. करोड़ों की लागत से बनी आठ मंजिला बिल्डिंग में 24 कक्ष बनाए गए हैं. इसमें जज वादकारियों के मुकदमे सुनते हैं. प्रतिदिन सैकड़ों वादकारी बिल्डिंग में आते-जाते हैं. मात्र डेढ़ वर्ष में ही बिल्डिंग में अंदर और बाहर से बड़ी दरार आ गई. इस मामले को लेकर अधिवक्ताओं में काफी नाराजगी है और उन्होंने अब इस मामले पर कार्रवाई का मन बना लिया है.
पहले से ही नवनिर्मित बिल्डिंग की लिफ्ट खराब पड़ी है, शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब अधिवक्ता एफआईआर दर्ज कराने के मूड में हैं. तस्वीरों में इस नवनिर्मित बिल्डिंग में पड़ी दरार साफ-साफ नजर आती है. शुक्रवार को जब बिल्डिंग में दरार देखी गई तो जज वकील और वादकारी निकल कर बिल्डिंग से बाहर आ गए. बिल्डिंग में दरार दिखने की खबर से हड़कंप मच गया.
बिल्डिंग को बनाने के लिए 2013 में हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने शिलान्यास किया था और इसका लोकार्पण भी मार्च 2022 में हुआ. इसी दौरान बिल्डिंग में दरार आ गई. वरिष्ठ अधिवक्ता मार्तंड प्रताप सिंह ने बताया कि कार्यदायी संस्था कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज उत्तर प्रदेश जल निगम यूनिट 44 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इनको जेल भेजना चाहिए. इससे पहले इस बिल्डिंग में लगी लिफ्ट भी खराब चल रही थी, जिसकी शिकायत हाईकोर्ट के जज से हुई थी. लेकिन, उसका नतीजा भी कुछ नहीं निकला और अब कचहरी परिसर में बनी आठ मंजिला बिल्डिंग में दरार आने से भ्रष्टाचार की पोल खुलती नजर आ रही है.