अयोध्या: फैजाबाद कचहरी सीरियल बम ब्लास्ट के आरोपियों के भाग्य के फैसले की तिथि तय हो गई है. 13 साल पुराने इस मामले में 20 दिसंबर को अदालत अपना फैसला सुनाएगी. विशेष अदालत ने कचहरी सीरियल ब्लास्ट प्रकरण में सुनवाई पूरी कर ली है.
- अयोध्या मंडल कारागार में कचहरी सीरियल बम ब्लास्ट की सुनवाई का कल अंतिम दौर था, जो कि पूरा हो चुका है.
- सुनवाई के बाद एडीजे ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है और 20 दिसंबर को यह फैसला सुबह 10 बजे सुनाया जाएगा.
- इस मामले पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय बहादुर सिंह ने बताया कि यह बम ब्लास्ट लखनऊ, फैजाबाद और बनारस में हुए थे.
- इसमें लगभग 36 से ज्यादा लोग घायल हुए थे,
- वहीं कई लोगों की अयोध्या जिले में धमाके के दौरान मौत हुई थी, जिनमें दो स्टांप विक्रेता थे, एक मुवक्किल और दो अन्य लोग थे.
13 साल पुराने इस मामले पर सुनवाई पूरी
बता दें, 13 साल पुराने इस मामले पर अब सुनवाई पूरी हो चुकी है. फिलहाल सभी आरोपी बाराबंकी की जिला कारागार में बंद हैं और उन्हें इस फैसले के मद्देनजर अयोध्या मंडल कारागार में शिफ्ट करने का आदेश भी दिया जा चुका है. यह केस 23 नवंबर 2007 का है, जिसमें फैजाबाद, बनारस और लखनऊ की कचहरी में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे. एक के बाद एक हुए धमाके से पूरे देश में सनसनी फैल गई थी. इस धमाके में तत्कालीन एडवोकेट राधिका प्रसाद मिश्रा समेत कुल 4 लोगों की मौत हुई थी.
फैजाबाद में दो, लखनऊ और बनारस में हुए थे एक-एक ब्लास्ट
फैजाबाद में 2 ब्लास्ट हुए थे, जबकि लखनऊ में एक और बनारस में भी एक ब्लास्ट हुआ था. तत्कालीन एसटीएफ की टीम ने बाराबंकी रेलवे स्टेशन के पास से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. जिन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया, उनमें तारिक कासमी, मोहम्मद अख्तर और तारीख सज्जाद और रहमान और खालिद मुजाहिद मुख्य तौर पर शामिल थे. पिछले 13 साल से केस चल रहा था. इसमें से एक आरोपी खालिद मुजाहिद की बाराबंकी के जिला कारागार में मौत हो चुकी है. बाकी बचे हुए संदिग्ध आतंकियों पर 20 दिसंबर को फैसला सुनाया जाएगा. अयोध्या मंडल कारागार में स्पेशल कोर्ट में इस फैसले को सुनाया जाएगा.
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20 दिसंबर को यह फैसला आना है. इस फैसले की पूरी सुनवाई कल ही हो चुकी थी. आज इस पर कोर्ट ने अपना फैसला लिखते हुए सुरक्षित रख लिया है. इस फैसले को 20 दिसंबर को सार्वजनिक किया जाएगा. हमने उसके मद्देनजर जिला प्रशासन से कचहरी में सिक्योरिटी और अन्य व्यवस्था को बंदोबस्त करने के लिए कहा है. पत्र में हमने सभी प्रकरण का जिक्र करते हुए यह भी कहा है कि इस केस से जुड़े हुए वकील को भी सुरक्षा दी जाए.
विजय बहादुर सिंह, अध्यक्ष, बार एसोसिएशन