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श्रद्धालुओं के लिए और आसान होंगे रामलला के दर्शन, नए दर्शन मार्ग का निर्माण कार्य शुरू

श्रीराम जन्मभूमि मार्ग बिड़ला मंदिर के सामने से सुग्रीव किला होते हुए और रामगुलेला अमावा मंदिर रंगमहल के पीछे से होते हुए राम जन्मभूमि परिसर तक जाने वाले मार्ग को 80 फीट चौड़ा बनाया जा रहा है. इस दौरान दुकानों को तोड़े जाने से स्थानीय व्यापारी नाराज भी हैं.

नए दर्शन मार्ग का निर्माण कार्य शुरू
नए दर्शन मार्ग का निर्माण कार्य शुरू
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Published : Nov 23, 2021, 8:58 PM IST

अयोध्या : रामनगरी में चल रहे राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या में श्रद्धालुओं की संभावित बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन सतर्क है. राम मंदिर के लिए बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या का आभास कार्तिक मेले में 14 कोसी पंचकोसी परिक्रमा और पूर्णिमा स्नान के दरम्यान जिला प्रशासन और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को हुआ.

श्रीराम जन्मभूमि मार्ग बिड़ला मंदिर के सामने से सुग्रीव किला होते हुए और रामगुलेला अमावा मंदिर रंगमहल के पीछे से होते हुए राम जन्मभूमि परिसर तक जा रहा है. इस रास्ते को लेकर कल अयोध्या में हुई हाई लेवल की सुरक्षा बैठक में भी मंथन हुआ. अब श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 80 फीट चौड़ा मार्ग बनाया जा रहा है.

दुकान तोड़े जाने से व्यापारी नाराज
अयोध्या में सड़कों को चौड़ा करने की जिन योजनाओं पर काम चल रहा है, उनमें सभी सड़कों का अलग-अलग नाम रखा जाएगा. इसमें रामपथ, भक्तिपथ धर्मपथ और जन्मभूमि पथ सड़कों का नाम होगा. इसके तहत अयोध्या मुख्य मार्ग का रामपथ के नाम से नवनिर्माण, शृंगारहाट से राम जन्मभूमि तक भक्तिपथ, बाईपास रोड से नया घाट मार्ग तक धर्मपथ और सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि मंदिर तक जन्मभूमि पथ का निर्माण किया जाना है.

वहीं दुकानों को तोड़े जाने को लेकर व्यापारी बेहद हताश और निराश हैं. व्यापारियों का कहना है कि वादे के मुताबिक अभी तक उन्हें दुकान के बदले दुकान नहीं दी गयी है. अधिग्रहण से पीड़ित व्यापारी बलराम ने बताया कि उन्होंने दुकान निर्माण में जितनी धनराशि खर्च की थी, उसकी आधी से भी कम धनराशि उन्हें दी गयी है. दुकान जा चुकी है. अब फुटपाथ पर रोजी-रोटी कमाने को मजबूर हैं.



कार्यदायी संस्था विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि वर्तमान में राम जन्मभूमि तक जाने वाले दो मुख्य मार्ग, जिसमें एक हनुमानगढ़ी से राम जन्मभूमि मार्ग तक जा रहा है. दूसरा सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि तक जा रहा है. इसमें सुग्रीव किला के टेंडर का कार्य पूरा हो चुका है. सुग्रीव किला मार्ग की सभी संपत्तियां खरीद ली गयी हैं.

दर्शन मार्ग में पड़ने वाली संपत्तियों को हटाया जा रहा है. कार्यदायी संस्था विकास प्रधिकरण है. दर्शन मार्ग के चौड़ीकरण का काम शुरू हो चुका है और जल्द ही काम पूरा होगा. इसके अतिरिक्त हनुमानगढ़ी से राम जन्मभूमि तक जाने वाले मार्ग पर भी भवन और दुकान के मालिकों के साथ बातचीत हो चुकी है. वहां पर भवन स्वामी और दुकानदार से बैनामे की प्रक्रिया पूर्व जिला अधिकारी ने शुरू की थी. जल्द ही पुनः प्रयास करते हुए जो बची हुई संपत्तियां हैं उनको खरीदने का काम भी पूरा किया जाएगा. राम जन्मभूमि पथ मार्ग के चौड़ीकरण का काम शुरू कर दिया गया है. जेसीबी लगा कर मार्ग पर पहले किये गये निर्माण कार्यों को गिराया जा रहा है, इसके खिलाफ कुछ लोगों में नाराजगी भी है.

इसे भी पढ़ें - अयोध्या से 48 वर्षों से निकल रही यह भरत यात्रा...जानिए कहां तक जाती है और क्या है मान्यता


मार्ग चौड़ीकरण में स्थानीय व्यापारियों की दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी हटाए जा रहे हैं. इसको लेकर व्यापारियों में कुछ नाराजगी भी है. व्यापारी बलराम गुप्ता ने बताया कि एक माह पहले एसडीएम साहब आए थे. सहमति पर अपना हस्ताक्षर कराए और उन्होंने कहा कि दुकान के बदले आपको हम दुकान देंगे. हमारी मौजूदा दुकान का मुआवजा एक लाख चार सौ पच्चीस रुपया मिला है.

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अयोध्या : रामनगरी में चल रहे राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या में श्रद्धालुओं की संभावित बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन सतर्क है. राम मंदिर के लिए बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या का आभास कार्तिक मेले में 14 कोसी पंचकोसी परिक्रमा और पूर्णिमा स्नान के दरम्यान जिला प्रशासन और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को हुआ.

श्रीराम जन्मभूमि मार्ग बिड़ला मंदिर के सामने से सुग्रीव किला होते हुए और रामगुलेला अमावा मंदिर रंगमहल के पीछे से होते हुए राम जन्मभूमि परिसर तक जा रहा है. इस रास्ते को लेकर कल अयोध्या में हुई हाई लेवल की सुरक्षा बैठक में भी मंथन हुआ. अब श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 80 फीट चौड़ा मार्ग बनाया जा रहा है.

दुकान तोड़े जाने से व्यापारी नाराज
अयोध्या में सड़कों को चौड़ा करने की जिन योजनाओं पर काम चल रहा है, उनमें सभी सड़कों का अलग-अलग नाम रखा जाएगा. इसमें रामपथ, भक्तिपथ धर्मपथ और जन्मभूमि पथ सड़कों का नाम होगा. इसके तहत अयोध्या मुख्य मार्ग का रामपथ के नाम से नवनिर्माण, शृंगारहाट से राम जन्मभूमि तक भक्तिपथ, बाईपास रोड से नया घाट मार्ग तक धर्मपथ और सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि मंदिर तक जन्मभूमि पथ का निर्माण किया जाना है.

वहीं दुकानों को तोड़े जाने को लेकर व्यापारी बेहद हताश और निराश हैं. व्यापारियों का कहना है कि वादे के मुताबिक अभी तक उन्हें दुकान के बदले दुकान नहीं दी गयी है. अधिग्रहण से पीड़ित व्यापारी बलराम ने बताया कि उन्होंने दुकान निर्माण में जितनी धनराशि खर्च की थी, उसकी आधी से भी कम धनराशि उन्हें दी गयी है. दुकान जा चुकी है. अब फुटपाथ पर रोजी-रोटी कमाने को मजबूर हैं.



कार्यदायी संस्था विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि वर्तमान में राम जन्मभूमि तक जाने वाले दो मुख्य मार्ग, जिसमें एक हनुमानगढ़ी से राम जन्मभूमि मार्ग तक जा रहा है. दूसरा सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि तक जा रहा है. इसमें सुग्रीव किला के टेंडर का कार्य पूरा हो चुका है. सुग्रीव किला मार्ग की सभी संपत्तियां खरीद ली गयी हैं.

दर्शन मार्ग में पड़ने वाली संपत्तियों को हटाया जा रहा है. कार्यदायी संस्था विकास प्रधिकरण है. दर्शन मार्ग के चौड़ीकरण का काम शुरू हो चुका है और जल्द ही काम पूरा होगा. इसके अतिरिक्त हनुमानगढ़ी से राम जन्मभूमि तक जाने वाले मार्ग पर भी भवन और दुकान के मालिकों के साथ बातचीत हो चुकी है. वहां पर भवन स्वामी और दुकानदार से बैनामे की प्रक्रिया पूर्व जिला अधिकारी ने शुरू की थी. जल्द ही पुनः प्रयास करते हुए जो बची हुई संपत्तियां हैं उनको खरीदने का काम भी पूरा किया जाएगा. राम जन्मभूमि पथ मार्ग के चौड़ीकरण का काम शुरू कर दिया गया है. जेसीबी लगा कर मार्ग पर पहले किये गये निर्माण कार्यों को गिराया जा रहा है, इसके खिलाफ कुछ लोगों में नाराजगी भी है.

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मार्ग चौड़ीकरण में स्थानीय व्यापारियों की दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी हटाए जा रहे हैं. इसको लेकर व्यापारियों में कुछ नाराजगी भी है. व्यापारी बलराम गुप्ता ने बताया कि एक माह पहले एसडीएम साहब आए थे. सहमति पर अपना हस्ताक्षर कराए और उन्होंने कहा कि दुकान के बदले आपको हम दुकान देंगे. हमारी मौजूदा दुकान का मुआवजा एक लाख चार सौ पच्चीस रुपया मिला है.

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