अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला के मंदिर निर्माण के लिए अपना अगला कदम बढ़ा दिया है. ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण को लेकर लोगों में उत्सुकता है. ट्रस्ट मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए धीरे-धीरे मंदिर निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. बता दें कि कोविड-19 संक्रमण को लेकर लाॅकडाउन के तीसरे चरण में शासन की ओर से निर्माण कार्यों को लेकर ढील दी गई है. ऐसे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम जन्मभूमि परिसर में सुरक्षा के उद्देश्य से बनाई गई बैरिकेडिंग को हटाने के कार्य में जुट गया है.
बैरिकेडिंग और CRPF कैंप हटाने का कार्य शुरू
गुरुवार को गर्भगृह के चारों ओर लगाई गई लोहे की बैरिकेडिंग और सीआरपीएफ कैंप हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि रामलला के मंदिर के निर्माण कार्य का ठेका लार्सन एंड टूब्रो कंपनी को दिया गया है.
लार्सन एंड टूब्रो कंपनी करेगी सर्वे
राम जन्मभूमि परिसर में लोहे की घेराबंदी हटाने के बाद लार्सन एंड टूब्रो कंपनी की ओर से सर्वे किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इसके सर्वेक्षण के लिए लार्सन एंड टूब्रो के इंजीनियरों के साथ पीडब्ल्यूडी की टीम लगा दी गई है. बैरीकेडिंग हटने के बाद रामलला के गर्भगृह पर बनने वाले मंदिर के लिए समतलीकरण का कार्य तेजी से शुरू किया जाएगा.
निर्माण कार्य में छूट मिलने पर ट्रस्ट ने उठाया कदम
ट्रस्ट के पदाधिकारी लाॅकडाउन के तीसरे चरण में निर्माण कार्य में छूट मिलने पर उत्साहित हैं. मंदिर के चारों ओर लगाई गई बैरिकेडिंग और लोहे की जाली हटाने के बाद समतलीकरण का कार्य तेजी से करने की बात कही जा रही है. ट्रस्ट की ओर से कहा जा रहा है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर लोगों में बेहद उत्साह है. ऐसे में ट्रस्ट अपनी ओर से निर्माण कार्य में विलंब नहीं करना चाहता है. माना जा रहा है कि लाॅकडाउन के दौरान निर्माण कार्य में अगर ढील बरकरार रहेगी तो ट्रस्ट मंदिर निर्माण की शुरुआत से पहले की तैयारी पूरी कर लेगा.