अयोध्या: जिले में रामलला के अस्थाई घर में प्रवेश करने के साथ ही राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन ट्रस्ट ने जो संकल्प किया था वह पूरा हुआ. अब 21 दिन के लिए ट्रस्ट के सभी सदस्य एकांतवास में रहेंगे. हिंदू समाज अयोध्या में राम मंदिर के लिए 491 वर्ष से संघर्ष कर रहा था. 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के साथ वह संघर्ष पूरा हुआ.
चंपत राय ने कहा कि संघर्ष को न्याय, इतिहास, पुरातत्व और वैज्ञानिक दृष्टि से सत्य माना गया. ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है. मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो गया. राम जन्मभूमि में नया मंदिर बनाने के लिए भगवान राम को किसी अन्य जगह पर स्थापित किया जाना था, वह काम कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि इस अनुष्ठान में राम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य और मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास और निर्मोही अखाड़ा के महंत व श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य दिनेंद्र दास और ग्राम कचहरी मंदिर के महंत शशीकांत महाराज मौजूद थे.
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महंत चंपत राय ने कहा है कि ट्रस्ट ने जो काम करने का निश्चय किया था वह पूरा हुआ है. अब 21 दिन के लिए ट्रस्ट के सभी सदस्य एकांतवास में रहेंगे. उन्होंने कहा कि हम कभी बंधन में नहीं थे और न ही रामलला कभी बंधन में रहे. महामारी कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन करना सबकी जिम्मेदारी है. फिलहाल ट्रस्ट 21 दिन में कोई विशेष कार्य नहीं करने वाला है.
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