अयोध्या: कोरोना वायरस को देखते हुए इस बार चैत्र रामनवमी पर अयोध्या के संतों ने विशेष आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया है. आप को बता दें, कि 22 मार्च को राम जन्मभूमि परिसर में रामलला को अस्थाई गर्भगृह में शिफ्ट करने के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू होना था. यह कार्यक्रम काशी के वैदिक पंडितों के द्वारा किया जाना था.
इस कार्यक्रम के तहत वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या के संत शास्त्रीय पद्धति से अस्थाई गर्भगृह की भूमि के शुद्धिकरण करने वाले थे. इसमें रामरक्षा स्त्रोत, राम नाम जप और वैदिक रीति से पूजन का कार्यक्रम होना था. इस अनुष्ठान में शामिल होने के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और महामंत्री चम्पत राय भी अयोध्या कारसेवकपुरम पहुंचे थे.
लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की अपील के बाद, रामलला के अस्थाई गर्भगृह के लिए भूमि पूजन का अनुष्ठान स्थगित कर दिया गया है.
रामलला के अस्थाई गर्भगृह में शिफ्टिंग के कार्यक्रम को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने स्थिति स्पष्ट की है. उन्होंने कहा है कि जनता कर्फ्यू के दौरान अयोध्या में किसी भी आयोजन की आवश्यकता नहीं है. श्रद्धालुओं को घर पर रहने रहकर ही पूजा पाठ करना चाहिए. चंपत राय ने कहा है कि जनता कर्फ्यू के समाप्त होने के बाद ही रामलला के अस्थाई गर्भगृह के लिए भूमि पूजन के कार्यक्रम को लेकर विचार किया जाएगा.
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