अयोध्या : धर्म नगरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं. इसे लेकर शौर्य यात्रा भी निकाली जानी है. इसे लेकर बैठकें चल रहीं हैं. सोमवार को विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय और क्षेत्रीय पदाधिकारियों की दूसरे दिन की बैठक हुई. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जन सहभागिता पर मंथन हुआ. संगठन पदाधिकारियों ने देशभर के पांच लाख गांवों को जोड़ने के साथ ही वहां पर नवीन विहिप हितचिंतकों का निर्माण करने पर भी जोर दिया.
96 प्रमुख पदाधिकारियों ने की बैठक : सोमवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय पर विहिप की केंद्रीय बैठक में पदाधिकारियों ने एक स्वर से कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा इस युग का अध्यात्मिक धार्मिक और सांस्कृतिक लोक जागरण की सिद्धि का स्वरूप ग्रहण करेगा. इससे भक्ति और धर्मनिष्ठा और मजबूत होगी. देश के विभिन्न प्रांतों से संपर्क और कार्यकर्ताओं से समन्वय रखने वाले विश्व हिंदू परिषद के अयोध्या आए लगभग 96 प्रमुख पदाधिकारियों ने देश के हर राज्य, जिला और प्रखंडों, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से संपर्क करने पर जोर दिया. पदाधिकारियों ने कहा हर गांव की सहभागिता उसी प्रकार होगी जैसी शिला पूजन और कारसेवा के दौरान थी .
भिन्न-भिन्न पंथ व संप्रदाय के धर्मगुरुओं को आमंत्रित करेगा विहिप : बैठक में कहा गया कि देश भर के दो हजार संत धर्माचार्यो से विहिप का संत संपर्क विभाग संपर्क कर उन्हें प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आमंत्रित करेगा. यह संत भी भिन्न पंथ संप्रदाय और जातियों से संबंधित होंगे .ऐसे संप्रदायों की संख्या लगभग एक सौ पचास होगी. बैठक में यह भी कहा गया कि प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व बजरंग दल की शौर्य यात्राओं के दौरान मार्गों में होने वाली धर्म सभाओं में संतों के शामिल होने और रामभक्तों का मार्गदर्शन करने के लिए संपर्क विभाग लगातार सक्रिय है.
इन पदाधिकारियों की रही मौजूदगी : बैठक में विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार,विदेश विभाग प्रमुख अशोक राव चोगले,संरक्षक दिनेश चंद्र, महामंत्री मिलिंद परांडे, संगठन महामंत्री विनायक देश पांडेय, उपाध्यक्ष चम्पत राय, जीवेश्वर मिश्र,वाई राघवलू, ओमप्रकाश सिंहल, मीनाक्षी पिश्वे, सयुंक्त महामंत्री कोटेश्वर शर्मा, स्वामी विज्ञानानंद, डा सुरेंद्र जैन, बजरंग बागड़ा, केंद्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज, अखिल भारतीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी, विशेष संपर्क प्रमुख अम्बरीष सिंह, विजय तिवारी, हुकुम चंद्र सांवला, वेद विद्यालयों के प्रभारी हरिशंकर, दुर्गा वाहिनी प्रमुख प्रज्ञा महाला, मातृशक्ति की सरोज सोनी, दादा वेदक,बजरंग दल संयोजक नीरज दनौरिया,आनंद हरबोला, गोपाल, आदि उपस्थित रहे.
ट्रस्ट के आमंत्रण पर अयोध्या पहुंचे काशी के प्रकांड विद्वान : भगवान के प्राण प्रतिष्ठा में किस तरह की पूजा पद्धति का प्रयोग होगा, कौन-कौन से अनुष्ठान होंगे, इन सभी विषयों को लेकर ट्रस्ट ने देशभर की विद्वानों से सलाह मांगी थी. इसी कड़ी में काशी से विद्वानों का एक दल अयोध्या पहुंच गया है. इसकी अगवाई प्रसिद्ध ज्योतिष वैज्ञानिक गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ कर रहे हैं. उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की महासचिव चंपत राय सहित अन्य पदाधिकारी से मुलाकात कर अनुष्ठान के समय और पूजा पद्धति पर चर्चा की.
काशी के शीर्ष विद्वान माने जाते हैं गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ : ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा पर क्या-क्या विधि विधान होंगे, इन विषयों पर गंभीर चर्चा करने के बाद ही निर्णय होग. चर्चा करने के लिए कांची कामकोटि के जगतगुरु शंकराचार्य ने वाराणसी के श्रेष्ठ विद्वानों को भेजा है. वयोवृद्ध गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ काशी के ज्योतिष के क्षेत्र के शीर्ष विद्वान हैं. वह शिष्यों के साथ आए हैं. कर्मकांड के क्षेत्र के विद्वान लक्ष्मीकांत ने अपने शिष्यों को भेजा है. यह सभी गणमान्य व्यक्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समय और पूजा पद्धति और अनुष्ठान को लेकर निर्णय लेंगे.
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