अयोध्या: भगवान राम लला की नगरी में चौरासी कोस की परिक्रमा का गुरुवार को शुभारंभ हुआ. विश्व हिंदू परिषद की शाखा हनुमान मंडल दल की तरफ से आयोजित परिक्रमा में लगभग 600 से ज्यादा साधु संतों ने भाग लिया. अयोध्या के कारसेवक पुरम से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साधु संतों की टोली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
अयोध्या से शुरू हुई 84 कोसी परिक्रमा. हनुमान मंडल दल के सदस्य और चौरासी कोस परिक्रमा के प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि लगभग 275 किलोमीटर की यह यात्रा 22 दिन तक चलेगी. इस दौरान श्रद्धालु बस्ती, अंबेडकर नगर, बाराबंकी व गोंडा होते हुए वापस अयोध्या पहुंचेंगे. अयोध्या में भगवान राम के निर्माणाधीन मंदिर यानी कि रामकोट की परिक्रमा के साथ चौरासी कोस की परिक्रमा समाप्त होगी. चौरासी कोस की परिक्रमा को लेकर संत समाज में उत्साह है और मंदिर निर्माण इस उत्साह को चार चांद लगा दे रहा है.सरयू पूजन के साथ शुरू हुई परिक्रमा. जय श्रीराम के नारे के साथ वृद्ध और संत जुड़ रहे हैं. करीब 600 से ज्यादा साधु और संत अयोध्या से इस परिक्रमा पर रवाना हुए. इसके बाद कई जिलों से होते हुए अयोध्या लौटेंगे. साधु और संत 84 कोस की दूरी 22 दिनों में तय करेंगे. इस दौरान जगह-जगह उनका स्वागत किया जाएगा. 84 कोसी परिक्रमा को लेकर आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में भक्त भी शिरकत करते हैं. परिक्रमा प्रारंभ होने के पहले सरयू पूजन कर परिक्रमा की सफलता की कामना की गई. परिक्रमा को राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.