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यमुना के 'पीर' पर लॉकडाउन का मरहम, कल-कल बह रहा 'नीर'

यूपी के औरैया जिले में लॉकडाउन के कारण नदियों का पानी साफ हो गया है. यहां की यमुना नदी का पानी इतना साफ हो गया है कि किनारे से ही पानी की सतह साफ दिखती है. वहीं स्थानीय लोग अब इसका पानी पीने के प्रयोग में भी ले रहे हैं.

yamuna river water gets cleaned during lockdown in auraiya
लॉकडाउन में निर्मल हुआ यमुना का पानी
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Published : May 13, 2020, 12:09 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:17 PM IST

औरैया: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, जिससे देश की रफ्तार थम गई है. वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा है तो कल-कारखानों से गंदा और विषैला पानी निकलना बंद हो गया है. यहीं नहीं कारखानों की चिमनियों से धुआं निकलना बंद हो गया है. साथ ही साथ मानवीय क्रियाकलाप भी पूरी तरह से ठप है, जिसके कारण प्रकृति का एक अलग ही रंग देखने को मिल रहा है.

लॉकडाउन में निर्मल हुआ यमुना का पानी

जी हां, देश की प्रमुख नदियां गंगा और यमुना न सिर्फ साफ हो गई हैं बल्कि इनका जल स्तर भी बढ़ रहा है. गंदगी के कारण दम तोड़ने की कगार पर पहुंच चुकीं यमुना में फिर से जान दिखाई देने लगी है. कल-कल बहती यमुना नदी लॉकडाउन की कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं. यहां यमुना नदी का पानी काफी गंदा हो गया था, लेकिन आज-कल लॉकडाउन के चलते यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी दिखाई दे रही है. यमुना का पानी पीने लायक भी हो गया है.

जिले की नदियों का पानी हुआ साफ
औरैया जिले की प्रमुख नदियां यमुना, सेंगर, अरिंद, पांडु और अन्हैया का पानी लॉकडाउन के बाद से ही बेहद स्वच्छ हो गया है. औरैया और जालौन जिले की सरहदों को बांटने वाली यमुना नदी का पानी शीशे की तरह साफ हो गया है. किनारे खड़े होकर पानी की सतह को साफ-साफ देखा जा सकता है.

सरकार ने खर्च किए करोड़ों रुपये
वर्तमान समय में नदियों की पानी की शुद्धता सबसे बड़ा मुद्दा है. इस समस्या को हल करने के लिए वैश्विक स्तर पर कई अभियान चलाए जा रहे हैं. जहां केंद्र और राज्य सरकारों ने अब तक नदियों का पानी शुद्ध करने के लिए करोड़ों की धनराशि खर्च कर डाली है तो वहीं कोरोना के कारण लागू इस लॉकडाउन ने यह काम बड़ी आसानी से कर दिया है.

नहीं देखा कभी यमुना को इतना निर्मल
पानी की शुद्धता को लेकर जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने यहां के स्थानीय नागरिकों से बात की तो उन्होंने बताया कि अब से पहले इतनी साफ यमुना कभी नहीं देखी थी. जहां पहले वह यमुना नदी के पानी को पीने के काम में नहीं लेते थे तो वहीं अब वह यमुना के पानी को पीते भी हैं.

बढ़ी है पानी में ऑक्सीजन की मात्रा
इस बारे में केंद्रीय जल आयोग के अभियंता कुलदीप कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में ज्यादातर नदियों के किनारे वाली फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं. फैक्ट्रियों से निकलने वाला कचरा अब नदियों में नहीं जा रहा है. वाहन बहुत ही कम चल रहे हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषण भी कम हो रहा है. नदियों के पानी में पहले के मुकाबले ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ गई है. पानी की शुद्धता को लेकर उन्होंने कहा अब थोड़े फिल्टर के बाद नदियों के पानी को भी पी सकते हैं.

औरैया: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, जिससे देश की रफ्तार थम गई है. वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा है तो कल-कारखानों से गंदा और विषैला पानी निकलना बंद हो गया है. यहीं नहीं कारखानों की चिमनियों से धुआं निकलना बंद हो गया है. साथ ही साथ मानवीय क्रियाकलाप भी पूरी तरह से ठप है, जिसके कारण प्रकृति का एक अलग ही रंग देखने को मिल रहा है.

लॉकडाउन में निर्मल हुआ यमुना का पानी

जी हां, देश की प्रमुख नदियां गंगा और यमुना न सिर्फ साफ हो गई हैं बल्कि इनका जल स्तर भी बढ़ रहा है. गंदगी के कारण दम तोड़ने की कगार पर पहुंच चुकीं यमुना में फिर से जान दिखाई देने लगी है. कल-कल बहती यमुना नदी लॉकडाउन की कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं. यहां यमुना नदी का पानी काफी गंदा हो गया था, लेकिन आज-कल लॉकडाउन के चलते यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी दिखाई दे रही है. यमुना का पानी पीने लायक भी हो गया है.

जिले की नदियों का पानी हुआ साफ
औरैया जिले की प्रमुख नदियां यमुना, सेंगर, अरिंद, पांडु और अन्हैया का पानी लॉकडाउन के बाद से ही बेहद स्वच्छ हो गया है. औरैया और जालौन जिले की सरहदों को बांटने वाली यमुना नदी का पानी शीशे की तरह साफ हो गया है. किनारे खड़े होकर पानी की सतह को साफ-साफ देखा जा सकता है.

सरकार ने खर्च किए करोड़ों रुपये
वर्तमान समय में नदियों की पानी की शुद्धता सबसे बड़ा मुद्दा है. इस समस्या को हल करने के लिए वैश्विक स्तर पर कई अभियान चलाए जा रहे हैं. जहां केंद्र और राज्य सरकारों ने अब तक नदियों का पानी शुद्ध करने के लिए करोड़ों की धनराशि खर्च कर डाली है तो वहीं कोरोना के कारण लागू इस लॉकडाउन ने यह काम बड़ी आसानी से कर दिया है.

नहीं देखा कभी यमुना को इतना निर्मल
पानी की शुद्धता को लेकर जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने यहां के स्थानीय नागरिकों से बात की तो उन्होंने बताया कि अब से पहले इतनी साफ यमुना कभी नहीं देखी थी. जहां पहले वह यमुना नदी के पानी को पीने के काम में नहीं लेते थे तो वहीं अब वह यमुना के पानी को पीते भी हैं.

बढ़ी है पानी में ऑक्सीजन की मात्रा
इस बारे में केंद्रीय जल आयोग के अभियंता कुलदीप कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में ज्यादातर नदियों के किनारे वाली फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं. फैक्ट्रियों से निकलने वाला कचरा अब नदियों में नहीं जा रहा है. वाहन बहुत ही कम चल रहे हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषण भी कम हो रहा है. नदियों के पानी में पहले के मुकाबले ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ गई है. पानी की शुद्धता को लेकर उन्होंने कहा अब थोड़े फिल्टर के बाद नदियों के पानी को भी पी सकते हैं.

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:17 PM IST
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