औरैयाः राजस्थान के कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद यमुना नदी ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है. इस वक्त जिले में यमुना नदी खतरे के निशान से 5 मीटर ऊपर बह रही है, जिसके चलते करीब 12 से अधिक गांवों में जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. वहीं, ईटीवी भारत की टीम ने रेस्क्यू कर रही टीम के साथ बाढ़ प्रभावित गांव में जाकर वहां का हाल जाना.
जिला प्रशासन, बाढ़ में फंसे लोगों को पीएसी, एनडीआरएफ की मदद से रेस्क्यू कर उन्हें गांव के बाहर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है. साथ ही उनके रहने व खाने-पीने की व्यवस्था मुहैया करा रहा है. शनिवार को ईटीवी भारत की टीम रेस्क्यू कर रही एनडीआरफ व पीएसी के जवानों के साथ नाव के जरिए औरैया सदर तहसील क्षेत्र के अस्ता गांव में ग्राउंड जीरो पर पहुंची. गांव में चारो तरफ से यमुना नदी का पानी घुस आया है, जिससे ग्रामीणों के खेत, खलियान सब चौपट हो गया.
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वर्ष 2021 में आई बाढ़ में यमुना नदी का जलस्तर 118.52 मीटर था. वहीं, इस बार भी यमुना अपना रौद्र रूप दिखा रहीं हैं. इस साल शनिवार को दोपहर 1 बजे यमुना नदी का जलस्तर 117.98 दर्ज किया गया.
प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर किया शिफ्ट
लगातार बढ़ रहे यमुना के जलस्तर को लेकर जिला प्रशासन ने सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट मोड पर रखकर वहां राजस्वकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों व पुलिस के जवानों की तैनाती कर दी है. साथ ही ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर उनके रहने, खाने की व्यवस्था की जा रही है.
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