औरैया: एसपी चारू निगम (SP Charu Nigam Auraiya) ने गुरुवार को भेष बदलकर औरैया में तैनात पुलिस कर्मियों की रिस्पॉन्स टाइमिंग (response timing of Auraiya Police) की जांच की. इसके लिए उन्होंने दिबियापुर थाना स्थित प्लास्टिक सिटी के पास से पुलिस को फर्जी लूट की घटना की सूचना दी. इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी पुलिस कप्तान को नहीं पहचान सके.
आपने लेडी सिंघम महिला आईपीएस चारू निगम का नाम तो सुना ही होगा. प्रदेश का चाहें झांसी जिला हो, गोरखपुर या प्रदेश की राजधानी हो सभी जगह अपनी पोस्टिंग के दौरान चर्चा में रहने वाली 2014 बैच की आईपीएस चारू निगम इन दिनों औरैया जिले की कमान संभाल रहीं है. यहां भी चार्ज लेते ही एसपी ने अपराध और अपराधियों को अपने शिकंजे में कस लिया है.
औरैया की एसपी चारू निगम ने जनपद की पुलिस की सक्रियता को देखने और परखने के लिए भेष बदलकर दिबियापुर थाना अंतर्गत कंचौसी रोड पर स्थित प्लास्टिक सिटी के पास पहुंची. यहां उन्होंने बिना सुरक्षाकर्मियों के डायल 112 समेत थाना पुलिस को लूट की घटना की सूचना दी.
एसपी को बिना वर्दी नहीं पहचान सके पुलिसकर्मी
सूचना देने पर पहुंची पुलिस बिना वर्दी के औरैया एसपी चारू निगम को नहीं पहचान सकी. करीब डेढ़ घंटे तक चले इस ड्रामे के बाद जब जिले की कप्तान चारू निगम ने अपने चेहरे से दुपट्टा हटाया तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए. उनको अंदाजा भी नहीं होगा कि जिले की महिला कप्तान चारू निगम सूनसान रास्ते पर बिना सुरक्षाकर्मियों के भेष बदलकर इस तरह उनकी सतर्कता को परखेंगी.
डॉयल 112 पर नहीं लगी कॉल
भेष बदलकर पहुंची एसपी ने लूट की घटना की सूचना डॉयल 112 पर देने की सोची, लेकिन काफी बार फोन लगाने के बाद भी डायल 112 पर फोन नहीं लग सका. इसके बाद एसपी ने ईटीवी भारत की टीम के फोन से दिबियापुर थाने को घटना की जानकारी दी.
औरैया एसपी चारू निगम ने अपना नाम सरिता चौहान बताते हुए पुलिस को सूचना दी कि वह बाइक से अपने मामा के लड़के रघु सिंह के साथ दिबियापुर थाना क्षेत्र के चमरौहा गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रही थी. तभी पीछे से आए बाइक सवार 3 लोगों ने तमंचे के बल पर उनके साथ लूट की घटना को अंजाम दे दिया. लुटेरों ने उनका पर्स, फोन, जेवर और नगदी लूट ली और भाग गए.
भेष बदलकर पुलिस की सतर्कता परखने को लेकर जिले के लोग एसपी चारू निगम की प्रशंसा कर रहे हैं. एसपी का ये कारनामा लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं कप्तान की इस कार्यशैली को लेकर पुलिस वालों में दहशत है.
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