औरैया: जिले में दो दिन पहले हुए भीषण सड़क हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद मामले को लेकर पुलिसकर्मियों और प्रशासन के कुछ लोगों पर कार्रवाई भी की गई थी. इसके बावजूद प्रशासन लापरवाह बना हुआ है, दरअसल सड़क हादसे में मारे गए मजदूरों के शवों को एक डीसीएम में लाद दिया गया, वहीं हद तो तब हो गई जब उसी डीसीएम में शवों के साथ घायल मरीजों को भी बैठा दिया गया. मामले की जानकारी होने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी ट्वीट कर यूपी सरकार पर सवाल उठाए हैं.
झारखंड मुख्यमंत्री ने सीएम योगी को किया ट्वीट
मृतकों के पोस्टमार्टम के बाद जिला प्रशासन की संवेदनहीनता देखने को मिली है. शवों को झारखंड के बोकारो भेजने के लिए जिस वाहन का प्रबंध किया था, उसमें बेहद ही शर्मनाक वाकया देखने को मिला. बीती रात मीडिया के सामने शवों को वाहनों में रखा गया, जिसके बाद मीडिया कर्मियों के हटते ही शवों को एक डीएसीएम में रखकर उसी के साथ कुछ घायलों को भी भेज दिया गया. वहीं इस मामले की जानकारी जब झारखंड के सीएम को हुई तो उन्होंने इस पर खेद जताया और प्रशासन की लापरवाही को लेकर सीएम योगी को ट्वीट कर इस मामले से अवगत कराया.
-
This inhumane treatment of our migrant workers could possibly be avoided. I request .@UPGovt & Office of .@NitishKumar 'ji to arrange suitable transportation of the deceased bodies till Jharkhand border & we will ensure adequate dignified arrangements to their homes in Bokaro. https://t.co/uJL922LElP
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) May 17, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">This inhumane treatment of our migrant workers could possibly be avoided. I request .@UPGovt & Office of .@NitishKumar 'ji to arrange suitable transportation of the deceased bodies till Jharkhand border & we will ensure adequate dignified arrangements to their homes in Bokaro. https://t.co/uJL922LElP
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) May 17, 2020This inhumane treatment of our migrant workers could possibly be avoided. I request .@UPGovt & Office of .@NitishKumar 'ji to arrange suitable transportation of the deceased bodies till Jharkhand border & we will ensure adequate dignified arrangements to their homes in Bokaro. https://t.co/uJL922LElP
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) May 17, 2020