औरैया: सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पढीन दरवाजा से शनिवार को मामा ने अपनी ही 5 वर्षीय भांजी का अपहरण कर लिया था. इस मामले में पुलिस ने 10 घंटे की मेहनत के बाद अपहृत मासूम को आरोपित से मुठभेड़ के बाद सकुशल बरामद कर लिया. जिसके बाद एसपी ने मासूम को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया. बच्ची सुपुर्द करते ही मां और एसपी दोनों की आंखों में आंसू आ गए. वहीं, मां और बच्ची एक दूसरे से लिपट कर रोने लगी.
दरअसल बीते शुक्रवार को सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पढीन दरवाजा निवासी मेनिका ने अपनी 5 वर्षीय बेटी के अपहरण होने और फिरौती में 2 लाख रुपए की मांग की सूचना पुलिस को दी थी. मासूम बच्ची के अपहरण की जानकारी मिलते ही एसपी चारू निगम ने कई थानों की पुलिस व सर्विलांस सेल को एक्टिव कर दिया था और खुद ही घटना की कमान संभाल कर पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रही थी.
एसपी चारू निगम के निर्देशन में कई अन्य जनपदों की खाक छान रही थी. इसी दौरान शुक्रवार की देर शाम अपहरणकर्ता ममेरे मामा दीपक का फोन मासूम की मां के पास आया. फोन आते ही पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए सदर कोतवाली क्षेत्र के शेरगढ़ घाट के पास से अपहरणकर्ता से मुठभेड़ के बाद मासूम को सकुशल बरामद कर लिया. इसके बाद बच्ची को सकुशल उसकी मां मेनिका के सुपुर्द कर दिया. बेटी को अपने पास सकुशल देख उसकी मां भावुक हो उठी और "थैंक्यू मैम! अपने मेरी जिंदगी लौटा दी" और एसपी से लिपट गयी. वहीं, एसपी भी एक मां होने के चलते अपने आप को नहीं रोक पाईं और मेनिका को सीने से लगाकर भावुक हो उठी. जिसका फोटो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है.
एसपी चारू निगम ने बताया कि घटना किसी के भी साथ हो हमारा दायित्व है कि उसका वर्कआउट जल्द से जल्द हो. बच्चे बहुत ही नाजुक होते है और मैं भी एक बच्चे की मां हूं, तो दूसरी मां का दर्द अच्छे से समझ सकती हूं.
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