अमरोहा: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. इनमें अमरोहा जिला पंचायत भी बेहद खास है. जनपद अमरोहा में पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही राजनीतिक दल सक्रिय हो गए है. वहीं अमरोहा के ग्रामीणों ने जिला पंचायत के कार्यकाल से नाराजगी जताई है. ग्रामीणों का सीधा आरोप है कि क्षेत्र में उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है. ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है.
पंचायत चुनाव 2021 में जिले में ग्राम प्रधान की कितनी सीटों पर चुनाव कराया जाएगा. ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के कितने वार्डों में चुनाव होगा. जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है कि कहां कौन से ग्राम पंचायत को नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद और नगर निगम में मिलाया गया है. ग्राम पंचायत के नगर पंचायत बनने के बाद जिले में ग्राम प्रधान की कितनी सीटें कम हुई हैं. जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत सदस्य के कितने वार्ड कम हुए हैं. उक्त बिंदुओं पर जिले से जानकारी मांगी गई है.
बता दें कि अमरोहा जनपद में जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता चौधरी के अलावा क्षेत्र पंचायत सदस्य 28 हैं. अमरोहा जिला पंचायत के डेमोग्राफी पर ईटीवी भारत की खास नजर है. देखिए रिपोर्ट-
अमरोहा पर एक नजर-
तहसील | 4 |
ब्लॉक | 6 |
न्याय पंचायत | 48 |
ग्राम पंचायत | 601 |
आदर्श राजस्व ग्राम | 216 |
ग्राम | 1133 |
9 लाख 62856 है वोटर
अमरोहा में जिला पंचायत मतदाताओं की संख्या 9 लाख 62856 है. ईटीवी भारत की टीम ने ग्रामीणों से जिला पंचायत के कार्यकाल के बारे में जानकारी ली. ग्रामीणों के मुताबिक, अमरोहा में जिला पंचायत का कार्यकाल बहुत ही खराब रहा. ग्रमीणों ने बताया कि यहां सड़कें ऐसी हैं, जो हर समय जलमग्न रहती हैं. गांव के नालियों के जल निकासी का भी कोई रास्ता नहीं है. जिससे नालियों का गंदा पानी रास्ते में पड़ जाता है. ग्रामीणों के मुताबिक हमारे यहां पर भेदभाव हो रहा है. जिला पंचायत के कार्यकाल से ग्रामीण खुश नहीं हैं.
न तो सड़क बनी, न ही योजनाओं का लाभ मिला
गजरौला स्थित गांव मोहम्मदाबाद के रहने वाले ग्रामीणों ने बताया कि सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी सड़क और सड़क के किनारे वृक्षारोपण कराए जा रहे हैं. मगर हमारे क्षेत्र में न तो सड़क बनी है और न सड़क के किनारे वृक्ष लगे. सरकार के दावे की एक जिला पंचायत पोल खोल देते हैं. ग्राम पंचायत की योजनाओं को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि हमारे क्षेत्र में कोई भी योजना अभी तक लागू नहीं हुई है. जितनी भी योजना सरकार से आती हैं, अभी तक ऐसी कोई योजना ग्राम वासियों को नहीं मिल पाई है. अभी तक हमें सरकार के किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
साफ-सफाई भी नहीं होती
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में स्वच्छता के प्रति बहुत ही गंदा माहौल है. महीनों तक यहां कोई सफाई कर्मी नहीं आता है, ना ही किसी तरीके की गांव में अभी तक सड़क बनवाई गई है. सड़क की हालत जर्जर होने के कारण नालियों का गंदा पानी सड़क पर आ जाता है. जिसके चलते ग्रामीणों को इस गंदे पानी में होकर ही निकलना पड़ता है. गंदगी के कारण कई बार लोग बीमार भी पड़ जाते हैं.