अमरोहा: प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री व पूर्व सांसद चेतन चौहान का निधन हो गया. गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. अमरोहा से सांसद रहे चौहान ने जिले की नौगांवा सादात विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था. चेतन वर्तमान में प्रदेश सरकार में होमगार्ड मंत्री थे. उन्होंने अमरोहा को राजनीतिक कर्मभूमि बनाया और अंतिम समय तक लोगों के बीच रहकर जन सेवा करते रहे.
1991 में अमरोहा से लड़ा था चुनाव
बता दें कि मूल रूप से बुलंदशहर जिले के गांव अंगौता निवासी चेतन चौहान परिवार के साथ बचपन में ही अपने ननिहाल मुरादाबाद जनपद के मूंढापांडे आ गए थे. क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्होंने राजनीति में आकर जन सेवा शुरू की. भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्होंने अमरोहा को अपनी कर्मभूमि बनाया. पार्टी ने उन्हें वर्ष 1991 में अमरोहा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया था. इस चुनाव में उन्होंने हरगोविंद सिंह को हराकर जीत दर्ज की थी.
1996 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा के प्रताप सिंह सैनी से हार गए जबकि 1998 में हुए चुनाव में बसपा के आले हसन अंसारी को हराकर फिर सांसद बने. सरकार गिरने के बाद वर्ष 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में वह बसपा प्रत्याशी से पराजित हो गए थे.
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वर्ष 2009 में पार्टी ने उन्हें दिल्ली से प्रत्याशी बनाया, लेकिन वे शीला दीक्षित के बेटे से भी चुनाव नहीं जीत सके थे. वर्ष 2014 में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था जबकि 2016 में केंद्र सरकार ने उन्हें पार्टी में रखा था. इसके बाद यूपी में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में वे विधायक चुने गए, तब प्रदेश कैबिनेट मंत्री थे.
बीते दिनों उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी, बाद में उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी. बीते कई दिनों से चेतन चौहान किडनी के संक्रमण से जूझ रहे थे. इसके चलते उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. रविवार दोपहर को उनका निधन हो गया.