अमरोहाः अमरोहा पीएफए के जिलाध्यक्ष व अधिवक्ता के खिलाफ 2020 में गौ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था. पांच वर्ष पहले 2015 में हुई घटना को गौ हत्या दिखाकर यह मुकदमा दर्ज कराया गया था. वहीं, सोमवार को अमरोहा न्यायालय ने अंतिम आख्या(final report) मंजूर की है.
दरअसल, 5 जून 2020 को सहारनपुर के रहने वाले रजनीश शर्मा ने गजरौला थाने में एक मुकदमा पंजीकृत कराया था, जिस मुकदमे में गजरौला के रहने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता व पिपुल फॉर एनिमल्स के जिलाध्यक्ष डॉक्टर रविंद्र शुक्ला ओर उनके बड़े भाई डॉक्टर राजीव शुक्ला के खिलाफ गोवंशीय पशुओं की हत्या और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था.
इसी संबंध में अब अमरोहा न्यायालय ने दिनांक 3 दिसंबर 2022 को अंतिम आख्या मंजूर करते हुए रविंद्र शुक्ला ओर उनके भाई राजीव शुक्ला के पक्ष में फैसला सुना दिया है. दर्ज मुकदमे में न्यायालय द्वारा अंतिम आख्या मंजूर करने के बाद डॉक्टर रविंद्र शुक्ला एडवोकेट ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि सत्य की जीत हुई ओर असत्य की हार.
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