अमेठी: खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए विभाग ने पॉस मशीनों की सुविधा लाभार्थियों को भले ही उपलब्ध करा दी है, लेकिन पारदर्शिता लाना अभी भी चुनौती बना हुआ. विकास खण्ड शाहगढ़ की ग्राम पंचायत नेवादा किशुनगढ़ में घटतौली के साथ कई लोगों के राशन से वंचित रहने की शिकायतें सामने आई हैं. लाभार्थी व्यवस्था में सुधार लाने के लिए जिले के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अफसरों का ध्यान उनकी तरफ नहीं जा रहा.
लाॅकडाउन के दूसरे चरण के दौरान राशन वितरण में हो रही धांधली से नाराज नेवादा किशुनगढ़ के सैकड़ों कार्ड धारकों ने अपने राशन कार्ड को पड़ोस के ग्राम पंचायत दखिनगांव ब्लॉक शाहगढ़ में स्थानांतरित करवा लिया है. इतना ही नहीं कोटेदार से तंग आकर किशुनगढ़ के कई और कार्ड धारक अपने कार्ड को दखिनगांव में स्थानांतरण करवाने की जिला पूर्ति अधिकारी से मांग कर रहे हैं.
राशन कार्ड धारकों ने किशुनगढ़ के कोटेदार पर आरोप लगाया है कि वे अगूंठा लगवाकर राशन नहीं देते हैं और कार्ड धारकों से अभद्रता करते हैं. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला पूर्ति अधिकारी से भी की है.
जब इस पूरे मामले पर कोटेदार प्रतिनिधि दीपक सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव के कई लोग इस राशन की दुकान को अपनाने की जुगत में लगे हुए हैं. हमारे विपक्षी कई बार दुकान को निरस्त करने के लिए अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि ये पूरा खेल राजनीतिक है. हमारे यहां ऐसा कोई भी नहीं है, जिसको राशन न दिया जाता हो. सभी को यूनिट के अनुसार राशन वितरित किया जाता है.
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