अमेठी: योगी सरकार में मंत्री और जगदीशपुर विधानसभा सीट से विधायक सुरेश पासी विवादों के घेरे में आ गए हैं. सड़क पर लगे एक बोर्ड के कारण लोगों में आक्रोश है. राज्यमंत्री सुरेश पासी ने जगदीशपुर के जाफरगंज बाईपास पर महाराणा प्रताप पर टिप्पणी करने वाला एक बोर्ड लगाया था. जिसके बाद कांग्रेस एमएलसी ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की और अल्टीमेटम दिया. विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन ने इस बोर्ड को तत्काल हटा दिया है. हालांकि, इस पूरे मामले को लेकर मंत्री सुरेश पासी ने बुधवार को ही सोशल मीडिया पर लिखा कि भाई साहब मिस प्रिंट हो गया है सही हो जाएगा.
यह थी विवादित टिप्पणी
बता दें कि सम्राट महाराणा प्रताप द्वार पर मंत्री ने एक बोर्ड लगवाया, जिसपर लिखा था 'समय इतना बलवान होता है कि एक राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है.' बोर्ड पर लिखी इस पंक्ति पर विवाद खड़ा हो गया. राजपूत समाज ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए इसे तत्काल हटाने की मांग की. साथ ही साथ कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने भी अपना विरोध दर्ज कराया.
स्वाभिमान के कारण राणा ने खाई घास की रोटी
दीपक सिंह ने कहा कि 'गंदी विचारधारा वाले' शौर्य, पराक्रम और वीरता की पहचान महाराणा प्रताप ने समय बलवान होने के कारण नहीं बल्कि स्वाभिमान के कारण घास की रोटी खाई थी. सुरेश पासी ने जो बोर्ड लगवाया उससे हमारे गौरवशाली इतिहास का अपमान हुआ है. यह बोर्ड उस विचारधारा की गंदी सोच है, जिन्होंने लिखित माफी मांगकर अंग्रेजों की अधीनता स्वीकार कर ली थी.
दीपक सिंह का अल्टीमेटम
जिला प्रशासन को लिखे पत्र में दीपक सिंह ने कहा कि मंत्री की विचारधारा उन लोगों की है जो अभी तक कांग्रेस के महापुरुषों का अपमान करती थी. अमेठी में कीचड़ से अनाज की बात कहकर अपमानित करती थी. अब उनकी विचारधारा इतना नीचे गिर गई है. महाराणा प्रताप का ऐसा अपमान अब बर्दाश्त नहीं होगा. कांग्रेस एमएलसी ने डीएम को अल्टीमेटम दिया कि अगर तत्काल इस बोर्ड को नहीं हटाया गया तो वह स्वंय जाकर इसे हटा देंगे. जिसके बाद अब बोर्ड को हटवा दिया गया है.