अमेठी: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने छुट्टा जानवरों को लेकर उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद प्रशासन को कई बार आगाह कराया. लेकिन, बार-बार आगाह कराने के बाद समस्या से निजात नहीं मिलने पर स्मृति ईरानी ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया है. स्मृति ईरानी ने गांव-गांव टीम भेज कर पहले छुट्टा जानवरों की सूची बनवाई. इसके बाद उन्होंने रायबरेली और अमेठी डीएम को पत्र लिख कर अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को छुट्टा जानवरों से निजात दिलाने के लिए कहा है. पत्र के साथ उन्होंने छुट्टा जानवरों की संख्या की सूची भी सौंपी है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसदीय क्षेत्र के सभी पांच विधानसभा क्षेत्र के किसानों की फसल को छुट्टा पशुओं से बचाने के लिए पहले प्रशासन को कई बार आगाह कराया. अपेक्षित परिणाम न मिलने पर उन्होंने टीम भेजकर गांव वार उनका आंकड़ा जुटवाया. आंकड़ा मिलने के बाद जिलाधिकारी अमेठी व रायबरेली को पत्र लिखकर सभी छुट्टा पशुओं को आश्रय स्थल में भिजवाने का प्रबंध करने की बात कही है. पत्र के साथ ब्लाक व गांव वार छुट्टा पशुओं का पूरा विवरण भी भेजा गया है. आंकड़ों के अनुसार अमेठी जिले में ही सांसद को 15, 269 छुट्टा पशु मिले हैं, जो किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि विजय गुप्ता ने बताया कि किसानों की समस्या को देखते हुए गौरीगंज, अमेठी, तिलोई, जगदीशपुर व सलोन विधानसभा क्षेत्र के सभी विकास क्षेत्रों के एक-एक गांव में टीम भेजकर छुट्टा पशुओं का आंकड़ा जुटवाया गया है. मंत्री अपने संसदीय क्षेत्र के किसानों को छुट्टा पशुओं से हो रही परेशानी को लेकर फिक्रमंद हैं. इसके लिए वह पहले भी कई बार जिला प्रशासन को छुट्टा पशुओं को आश्रय स्थल में भिजवाने की बात कह चुकी हैं.
इस बार उन्होंने गांव-गांव अपनी टीम भेजकर छुट्टा पशुओं का पूरा खाका तैयार करवाया है. अमेठी विधानसभा क्षेत्र के गांवों में 7065, गौरीगंज में 1509, जगदीशपुर में 3573 व तिलोई के गांवों में 3122 कुल छुट्टा पशु मिले हैं. जिसे गांववार आंकड़ों के साथ डीएम अमेठी व रायबरेली को भेजा गया है और शीघ्रता से छुट्टा पशुओं को पकड़ाकर पशु आश्रय स्थल भिजवाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. उम्मीद है कि जल्द ही संसदीय क्षेत्र के किसानों को छुट्टा पशुओं की समस्या से राहत मिल जाएगी.
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