अमेठी: जिले की जायस पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने चार ऐसे अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जो एक महिला का गर्भपात कराने से लेकर उसकी मौत के बाद लाश ठिकाने लगाने में शामिल थे. अमेठी पुलिस ने बिना चिकित्सीय पंजीकरण के अवैध रूप से किए जा रहे गर्भपात के दौरान महिला की मौत और उसके बाद मृतका का शव छिपाने का खुलासा किया है. गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों गुड्डी, रीना राय, आकिल, शकीला के पास से घटना में प्रयुक्त एक मारूती वैन, एक स्कूटी व दो एन्ड्रॉयड मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं.
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने बताया कि वादी मकसूद ने 30 जुलाई को शिकायत की थी कि उसकी बहन किस्मतुल निशा 28 जुलाई को सुबह लगभग 10 बजे अपने घर शोतिया से अपने बच्चों से सामान लाने की बात बता कर गई थी, जिसके बाद घर नहीं आई. इसके बाद थाने में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई थी. शनिवार को इन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया.
अभियुक्तों ने पूछताछ में कबूला कि मृतका किस्मतुल निशा का 5 माह का गर्भ था, जिसको 15 हजार रुपये में गर्भपात कराने के लिए शकीला, मृतका किस्मतुल निशा को साथ लोकर गुड्डी के पास गई. गुड्डी महिला अस्पताल जायस में दाई का काम करती है. गुड्डी किस्मतुल निशा व शकीला को साथ लेकर रीना बंगाली डॉक्टर के पास नसीराबाद ले गई. गर्भपात करने के दौरान किस्मतुल निशा की अत्यधिक ब्लीडिंग होने के कारण तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद किस्मतुल को लेकर फुरसतगंज अस्पताल ले गये और वहां से रायबरेली ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई. शव को छुपाने के लिए फिर से रीना के घर लाए. वहां से आकील की मारूती वैन से रात में शव को ले जाकर परशदेपुर रोड पर चौदहा ताल थानाक्षेत्र डीह जनपद रायबरेली के पास रोड के बाएं तरफ झाड़ी में फेंक दिया.