ETV Bharat / state

देश की एकता, अखंडता और भाईचारे को मजबूत करेगा अयोध्या फैसला: मौनी महाराज

बाबूगंज सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने अयोध्या भूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि इस फैसले से देश की एकता, अखंडता और भाईचारा मजबूत होगा.

मौनी महाराज ने कोर्ट के फैसले का किया स्वागत.
author img

By

Published : Nov 9, 2019, 6:06 PM IST

अमेठी: शनिवार को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या भूमि विवाद में ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से 3 महीने के भीतर योजना बनाने और मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने को भी कहा है. वहीं बाबूगंज सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करते हैं. यह निर्णय देश की एकता, अखंडता और भाईचारे को मजबूत करेगा.

मौनी महाराज ने कोर्ट के फैसले का किया स्वागत.

मौनी महाराज ने कहा कि राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है, यह भारतवर्ष के संविधान और भारत के बुद्धिजीवियों की जीत है. भारत के कानून के जानकार लोगों की जीत है. न्याय की जीत और सत्य की जीत है. यह किसी जाति धर्म के पक्ष का निर्णय नहीं है. सत्य का सत्य के पक्ष में निर्णय हुआ है.

मौनी महाराज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के न्याय का मैं बहुत-बहुत स्वागत करता हूं और ऐसे ही बड़े निर्णय की अपेक्षा करता हूं. सुप्रीम कोर्ट ने 'सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यंतु, मा कश्चित् दुख भाग् भवेत' के निर्णय को सिद्ध कर दिया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सबकी आस्था का ध्यान रखा है.

ये भी पढ़ें: अयोध्या भूमि विवाद : संक्षेप में समझें फैसले के अहम बिंदु

मैं सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की प्रशंसा करता हूं. कोर्ट ने अहिंसावादी निर्णय दिया है. आगे भी ऐसे ही निर्णय की कामना है.
-मौनी महाराज, पीठाधीश्वर, सगरा आश्रम

अमेठी: शनिवार को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या भूमि विवाद में ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से 3 महीने के भीतर योजना बनाने और मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने को भी कहा है. वहीं बाबूगंज सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करते हैं. यह निर्णय देश की एकता, अखंडता और भाईचारे को मजबूत करेगा.

मौनी महाराज ने कोर्ट के फैसले का किया स्वागत.

मौनी महाराज ने कहा कि राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है, यह भारतवर्ष के संविधान और भारत के बुद्धिजीवियों की जीत है. भारत के कानून के जानकार लोगों की जीत है. न्याय की जीत और सत्य की जीत है. यह किसी जाति धर्म के पक्ष का निर्णय नहीं है. सत्य का सत्य के पक्ष में निर्णय हुआ है.

मौनी महाराज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के न्याय का मैं बहुत-बहुत स्वागत करता हूं और ऐसे ही बड़े निर्णय की अपेक्षा करता हूं. सुप्रीम कोर्ट ने 'सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यंतु, मा कश्चित् दुख भाग् भवेत' के निर्णय को सिद्ध कर दिया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सबकी आस्था का ध्यान रखा है.

ये भी पढ़ें: अयोध्या भूमि विवाद : संक्षेप में समझें फैसले के अहम बिंदु

मैं सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की प्रशंसा करता हूं. कोर्ट ने अहिंसावादी निर्णय दिया है. आगे भी ऐसे ही निर्णय की कामना है.
-मौनी महाराज, पीठाधीश्वर, सगरा आश्रम

Intro:अमेठी। आज सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा राम मंदिर निर्माण का निर्णय दिया और ट्रस्ट बनाकर आने वाले तीन महीने में मंदिर निर्माण कराने का निर्णय लिया है। वही राम मंदिर के फैसले को लेकर अमेठी में बाबूगंज सगरा पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय का सम्मान करते हैं। यह
निर्णय देश की एकता अखंडता और भाईचारे को मजबूत करेगा।Body:
वी/ओ- इसके साथ ही राम मंदिर के फैसले के बाद मौनी महाराज ने आगे कहा की राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है यह भारतवर्ष के संविधान की जीत है,भारत के बुद्धिजीवियों की जीत है,भारत के कानून के जानकार लोगों की जीत है, और न्याय की जीत है सत्य की जीत है। इससे किसी जाति धर्म के पक्ष का निर्णय नहीं है। मैं तो मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरीके से न्याय किया है इससे सीख मिली है की निश्चिंचित रूप से न्याय को न्याय मिला है। सत्य का सत्य के पक्ष में निर्णय हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के न्याय की मैं बहुत बहुत स्वागत करता हूं और ऐसे ही बड़े न की अपेक्षा करता हूं सुप्रीम कोर्ट जितने भी बड़े मामले होंगे उसमें ऐसे ही निष्पक्ष न्याय करके भारत के संविधान के गौरव को और अर्जित करेगा सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यंतु मा कश्चित् दुख भाग भवेत के निर्णय को सिद्ध कर दिया। उन्होंने सब की आस्था का ध्यान रखा उन्हें भी इसी देश में रहने का अधिकार है वह भी अपने देवता की अपने अल्लाह की पूजा कर सकते हैं इसलिए उनके लिए भी सुप्रीम कोर्ट ने व्यवस्था बनाई है उनको व्यवस्था दी जाए सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश इस निश्चित रूप से बहुत ही आदरणीय है। मैं सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की प्रशंसा करता हूं आपने ऐसा आदरणीय निर्णय किया गया एक हिसा जो समाज में पैदा करने वाले लोग उनको ठोकर लगा है आपने अहिंसा वादी निर्णय किया है निश्चित रूप से आने में बहुत ही आदरणीय है और आगे भी ऐसे निर्णय की कामना है।

बाइट- पीठाधीश्वर मौनी महाराज (सगरा आश्रम)Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.