ETV Bharat / state

अमेठी: लोकसभा चुनाव में वाहन न भेजने पर होगी एफआईआर

अमेठी में लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. जिले के निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी ने बताया कि चुनाव के लिए वाहनों का अधिग्रहण किया जाएगा और वाहनों पर सुगम एप के जरिये निगरानी रखी जाएगी.

निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी चुनाव के बारे में जानकारी देते हुए.
author img

By

Published : Mar 13, 2019, 9:21 AM IST

अमेठी: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पूरी करनी शुरू कर दी हैं. जिले के निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी एलबी सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि चुनाव के प्रयोग के लिए जिन वाहनों का अधिग्रहण किया जाएगा, यदि उनके स्वामी वाहनों को नहीं भेजेंगे तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.

निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी चुनाव के बारे में जानकारी देते हुए.

निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी ने बताया कि जिले में लोकसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए 324 भारी वाहन जिसमें 124 बसें और अन्य ट्रक चाहिए होंगे. 205 हल्के वाहनों की भी जरूरत होगी. पुलिस के भी लगभग 300 हल्के वाहन और 100 भारी वाहन चाहिए होंगे. इनके संबंध में तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. सुगम एप का प्रयोग इस कार्य के लिए किया जा रहा है. जो वाहन स्वामी चुनाव में अधिग्रहण होने के बाद अपना वाहन नहीं भेजेंगे, उनके ऊपर एफआईआर कराई जाएगी.

सुगम एप

'सुगम' एप के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया में शामिल सरकारी और किराए पर लिए गए वाहनों के प्रयोग की मंजूरी लेने के अलावा इनके इस्तेमाल पर निगरानी की जा सकेगी. इसके जरिए वाहनों के किराए का भुगतान भी किया जा सकेगा.

अमेठी: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पूरी करनी शुरू कर दी हैं. जिले के निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी एलबी सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि चुनाव के प्रयोग के लिए जिन वाहनों का अधिग्रहण किया जाएगा, यदि उनके स्वामी वाहनों को नहीं भेजेंगे तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.

निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी चुनाव के बारे में जानकारी देते हुए.

निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी ने बताया कि जिले में लोकसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए 324 भारी वाहन जिसमें 124 बसें और अन्य ट्रक चाहिए होंगे. 205 हल्के वाहनों की भी जरूरत होगी. पुलिस के भी लगभग 300 हल्के वाहन और 100 भारी वाहन चाहिए होंगे. इनके संबंध में तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. सुगम एप का प्रयोग इस कार्य के लिए किया जा रहा है. जो वाहन स्वामी चुनाव में अधिग्रहण होने के बाद अपना वाहन नहीं भेजेंगे, उनके ऊपर एफआईआर कराई जाएगी.

सुगम एप

'सुगम' एप के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया में शामिल सरकारी और किराए पर लिए गए वाहनों के प्रयोग की मंजूरी लेने के अलावा इनके इस्तेमाल पर निगरानी की जा सकेगी. इसके जरिए वाहनों के किराए का भुगतान भी किया जा सकेगा.

Intro:अमेठी। लोकसभा चुनाव को लेकर अमेठी जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पूरी करनी शुरू कर दी है। जनपद अमेठी के निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी एल० बी० सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि चुनाव के प्रयोग के लिए जिन वाहनों का अधिग्रहण किया जाएगा यदि उनके स्वामी वाहनों को नहीं भेजेंगे तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया जाएगा। निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी ने बताया कि चुनाव के मद्देनजर वाहन आपूर्ति की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है।

सुगम एप क्या है?

"सुगम" एप एक वाहन प्रबंधन प्रणाली, चुनाव कार्य के लिए अन्य विभागों से हटाए गए अपेक्षित वाहनों के प्रबंधन के लिए एक कुशल और सुरुचिपूर्ण वेब आधारित अनुप्रयोग है। विभाग का विवरण,वाहन का पंजीकरण नंबर, ड्राइवर मोबाइल नंबर और वाहन का आवधिक ईधन आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से सुरक्षित रखे जाते हैं।


Body:वी/ओ- जनपद में लोकसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए 324 भारी वाहन जिसमें 124 बसे और अन्य ट्रक चाहिए होंगे। 205 हल्के वाहन की भी जरूरत होगी। इसमें पुलिस का वाहन सम्मिलित नहीं है। पुलिस के भी लगभग 300 हल्के वाहन तथा 100 भारी वाहन चाहिए होंगे। जिनके संबंध में तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। शुगम ऐप का प्रयोग इस कार्य हेतु किया जा रहा है। जो वाहन स्वामी चुनाव में अधिग्रहण होने के बाद अपना वाहन नहीं भेजेंगे उनके ऊपर एफआईआर कराया जाएगा। अधिग्रहण होना अभी बाकी है।

बाइट- (एल० बी० सिंह, निर्वाचन परिवहन नोडल अधिकारी,अमेठी)


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.