अमेठी: जनपद में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक दलित प्रधानपति को जिंदा जलाने का मामला प्रकाश में आने के बाद हड़कंप मच गया. आरोप है कि गुरुवार रात दलित प्रधान के पति को अगवा करके जिंदा जला दिया गया. जिसके बाद वे अधजली हालत में मिले. आनन-फानन में परिजनों ने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया. लखनऊ ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई. मौत की खबर सुनते गांव में मातम पसर गया.
अधजली अवस्था में मिले थे प्रधानपति
घटना मुंशीगंज के बंदोइया गांव की है. यहां ग्राम प्रधान छोटका के पति अर्जुन गुरुवार सुबह घर से निकले थे. परिवार का आरोप है कि गांव के ही केके तिवारी, आशुतोष, राजेश मिश्रा, रवि और संतोष ने उन्हें अगवा कर लिया. जब अर्जुन काफी देर तक घर नहीं लौटे तो उनके बेटे सुरेंद्र ने पुलिस में इसकी सूचना दी. रात करीब साढ़े दस बजे अर्जुन, कृष्ण कुमार के अहाते में अधजली हालत में मिले. उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया और शुक्रवार सुबह उन्हें वहां से लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया. ट्रामा सेंटर ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. बता दें कि मृतक का एक ऑडियो भी सामने आया है. इसमें वो उन्हीं लोगों पर खुद को जलाने का आरोप लगा रहे हैं, जिन पर उनके परिवार ने आरोप लगाया है.
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस पूरे घटनाक्रम में केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने दखल दिया और अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने को कहा. उक्त प्रकरण में डीएम और एसपी द्वारा स्थल का निरीक्षण करते हुए एफआईआर दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को नियमानुसार आर्थिक सहायता दिलाने की कार्रवाई की जा रही है. एसपी दिनेश सिंह ने बताया कि 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.