अमेठी: हम जितनी तेजी से डिजिटल दुनिया की ओर कदम बढ़ा रहे हैं, ठीक उतनी ही तेजी से साइबर अपराधों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है. आज के समय में सोशल नेटवर्किंग, ऑनलाइन शॉपिंग, डेटा स्टोर करना, गेमिंग, ऑनलाइन स्टडी, ऑनलाइन जॉब आदि सब कुछ इंटरनेट पर ही निर्भर है. पिछले कुछ सालों में अगर हम ध्यान दें तो साइबर ठगी के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं.
साइबर अपराधी लोगों की फेक आईडी बनाकर उनके दोस्तों और जानकारों से पैसे मांगने का काम कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला अमेठी में भी देखने को मिला. यहां साइबर अपराधी ने किसी आम आदमी को अपना शिकार नहीं बनाया, बल्कि जिलाधिकारी अमेठी के नाम से फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाई और लोगों से पैसे वसूलने लगा. मामले की जानकारी होते ही इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई है.
दरअसल साइबर अपराधियों द्वारा जिलाधिकारी अमेठी की फोटो लगाकर District Magistrate के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगों से पैसे मांगे जा रहे थे. मामले की जानकारी होने पर जिलाधिकारी अरुण कुमार ने तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक अमेठी व जिला सूचना अधिकारी अमेठी को उक्त प्रकरण से अवगत कराते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए. जिस पर प्रभारी जिला सूचना अधिकारी शिवदर्शन यादव ने गौरीगंज थाने में सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66D के तहत उक्त फेसबुक आईडी संचालक (अज्ञात) के ऊपर एफआईआर दर्ज करा दी.
वहीं पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा जिलाधिकारी की फर्जी फेसबुक आईडी को तत्काल बंद करवा दिया गया. मामले को लेकर जिलाधिकारी ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि ऐसे साइबर अपराधियों के चंगुल में न फंसें. फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वटर, इंस्टाग्राम आदि सोशल नेटवर्किंग साइटों पर किसी भी व्यक्ति के द्वारा पैसे की मांग करने पर तत्काल इसकी सूचना अपने नजदीकी पुलिस थाने को दें, जिससे उनके ऊपर कार्रवाई की जा सके. फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.