अमेठी: जिले में मुसाफिरखाना नगर पंचायत के सभासदों ने अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोला है. इन सभासदों ने अपर जिलाधिकारी को 12 सूत्रीय शिकायती पत्र दिया है. साथ ही नगर पंचायत अध्यक्ष बृजेश कुमार अग्रहरि पर भ्रष्टाचार और तानाशाही का आरोप लगाया है.
सभासदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष पर लगाए आरोप
सभासदों ने आरोप लगाया कि पिछले 15 महीने से नगर पंचायत बोर्ड की बैठक अध्यक्ष द्वारा नहीं बुलाई गई. दिन प्रतिदिन कस्बे में समस्याओं का अंबार लग रहा है. विकास की गति धीमी पड़ती जा रही है. अध्यक्ष पर आरोप है कि 15 महीने से बिना बोर्ड की बैठक में बजट पास कराए विभिन्न मदों का भुगतान किया जा रहा है. स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत दो वर्ष पूर्व पांच सामुदायिक शौचालय की पहली किस्त की धनराशि का आवंटन होने के बाद भी सामुदायिक शौचालय का कार्य पूर्ण नहीं हो सका.
घर से संचालित होता है सरकारी कामकाज
सभासदों ने आरोप लगाया कि आज तक बोर्ड की जितनी भी बैठकें संपन्न हुई हैं, उनकी छाया प्रति उन्हें उपलब्ध नहीं कराई गई. अध्यक्ष पर ये भी आरोप है कि नगर पंचायत कार्यालय का सरकारी कामकाज उनके घर से संचालित होता है. समस्त विकास कार्यों की फाइल, चेकबुक और पासबुक अध्यक्ष के घर रखी जाती है और कर्मचारियों पर दबाव बनाकर सभी कार्यों का भुगतान कराया जाता है. सभासदों ने कई और आरोप लगाकर जांच कर कार्रवाई की मांग की है. मांगे न पूरी होने पर सभासदों ने 5 दिन बाद नगर पंचायत कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
जब इस सम्बंध में नगर पंचायत अध्यक्ष मुसाफिरखाना बृजेश कुमार अग्रहरि ने बताया कि कई बार बैठक बुलाई गई, लेकिन आरोप लगाने वाले सभासद उपस्थित नहीं हुए. वहीं पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच करवाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.