अमेठीः यूपी विधान सभा चुनाव के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने टिकट की पहली सूची जारी कर दी है. जिले की दो सीटों से कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है, जिसमें जगदीशपुर विधान सभा सुरक्षित सीट से पांच दशक बाद एक परिवार से ऊपर उठकर दूसरे प्रत्याशी को मौका दिया गया है. वहीं, तिलोई विधान सभा सीट से जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल के ऊपर पार्टी ने दांव लगाया है.
कांग्रेस की पहली सूची में जिले की दो सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है. जगदीशपुर सुरक्षित विधान सभा सीट से कांग्रेस ने राम सेवक धोबी के नाती राधेश्याम धोबी का टिकट काट दिया है. रामसेवक धोबी पहली बार 1974 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. तब से लगातार कांग्रेस रामसेवक धोबी को ही टिकट देती थी. उनकी मृत्यु के बाद उनकी विरासत उनके नाती राधेश्याम धोबी को मिल गई थी. कुल मिलाकर 50 साल के लंबे अंतराल के बाद धोबी परिवार का टिकट कांग्रेस ने काट दिया है.
इस बार कांग्रेस ने जगदीशपुर सीट से विजय पासी को टिकट दिया है. विजय पासी इसके पूर्व सपा से चुनाव लड़े थे और हार गए थे. राधेश्याम धोबी पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा के सुरेश पासी से चुनाव हार गए थे. कांग्रेस ने भाजपा को चित करने के लिए विजय पासी को मैदान में उतार दिया है. कांग्रेस ने इस बार जातीय समीकरण बैठाने के लिए विजय पासी को मैदान में उतारा है.
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तिलोई विधान सभा पर भाजपा से राजा मयंकेश्वर शरणसिंह का कब्जा रहा है. 2017 का चुनाव भी उन्होंने ही जीता था. इस बार कांग्रेस ने यहां से जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल को चुनावी मैदान पर उतारा है.
गौरतलब है कि अमेठी में राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी के साथ जगदीशपुर विधान सभा में ही जनसभा को संबोधित किया था. उन्होंने जगदीशपुर से लगभग 6 किलोमीटर की पदयात्रा भी की थी, जिसमे भारी तादाद में कांग्रेसी जुटे थे. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस ने जिन दोनों सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं वे चुनाव में कितने दमदार साबित होंगे.
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