अमेठी: जैसे-जैसे यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे विपक्षी दलों में मुकाबला भी दिलचस्प होता जा रहा है. अब सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव भी इस चुनावी मैदान में कूद गई हैं. अपर्णा यादव रविवार को अमेठी के तिलोई विधानसभा पहुंची थी, जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने मोहम्मद मलिक जायसी शोध संस्थान में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर सपा को मजबूत करने के लिए निकली हूं.
वहीं, तिलोई विधानसभा से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जनता चाहती है कि हम यहां चुनाव लड़ें, लेकिन सपा आलाकमान अखिलेश भैया जैसा आदेश देंगे वही मैं करूंगी. खैर, अपर्णा यादव पहली बार अमेठी पहुंची थीं. यहां उन्होंने तिलोई विधानसभा में सपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस संबोधन में अपने चुनाव लड़ने के आसार पर उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ना या न लड़ना राष्ट्रीय अध्यक्ष तय करेंगे.
लेकिन मैं वादा करती हूं जायस से समाजवादी पार्टी का डंका बजेगा. मां भवानी का आशीर्वाद लेकर हम आए हैं. यह विफल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि बंगाल में जिस तरह ममता दीदी की प्रचंड बहुमत मिली है. उसी तरह जनता यूपी में अखिलेश भैया को भी प्रचंड बहुमत दिलाएगी.
इसके इतर जायसी में जनता को संबोधित करने के बाद अपर्णा यादव ने अहोरवा मंदिर में मत्था टेक पूरे रीति-रिवाज व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ साथ पूजा-अर्चना की और माता को चुनरी चढ़ाई. वहीं अगर क्षेत्र की मौजूदा सियासी हालात की बात करें तो अमेठी के तिलोई में सपा के लिए अबकी जीत आसान नहीं होगी. क्योंकि यहां पार्टी दो गुटों में विभक्त हो गई है और इसकी बानगी अपर्णा यादव के चुनावी सभा के दौरान भी देखने को मिली. जहां पार्टी के ज्यादातर कार्यकर्ता कार्यक्रम से नदारद रहे.
वहीं, उनके क्षेत्र भ्रमण कार्यक्रम के दौरान भी उनके स्वागत में सपा कार्यकर्ताओं का उत्साह नहीं दिखा. इसके अलावा भाजपा विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह की क्षेत्र में जनता के बीच मजबूत पकड़ मानी जाती है. ऐसे में यहां अपर्णा यादव के लिए राह आसान नहीं दिख रही है.
तिलोई विधानसभा का चुनावी गणित
1996 के विधानसभा चुनाव में सपा से मोहम्मद मुस्लिम 43.9 फीसद मत प्राप्त कर चुनाव जीते थे. मयंकेश्वर शरण सिंह 32.65 फीसद मत प्राप्त कर दूसरे स्थान रहे. उसके बाद 2007 में मयंकेश्वर शरण सपा से चुनाव जीते थे. अब मयंकेश्वर शरण सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं और वर्तमान विधायक हैं. बता दें कि इस सीट पर लगभग 27000 हजार यादव मतदाता हैं. कुल मिलाकर 167000 मतदाताओं को एक करना भी सपा के लिए आसान नहीं है. वहीं कांग्रेस को यहां मुस्लिमों का वोट मिलता रहा है.
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