अम्बेडकरनगर: उत्तर प्रदेश के दो वरिष्ठ अफसरों में इन दिनों अपनी ताकत को लेकर ठन गई है. दोनों के बीच जंग छिड़ी है कि आखिर कौन ज्यादा ताकतवर है. दोनों अफसरों में अब पत्रवार भी छिड़ गई है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सरकार के इन दो वरिष्ठ अफसरों में छिड़ी जंग से सरकार की भी किर किरकिरी हो रही है. मामले को तूल पकड़ता देख डीएम ने हस्तक्षेप कर दोनों को बुलाकर मामला शांत कराया है.
दोनों अधिकारियों का पत्र वायरलः मामला यूपी के अम्बेडकरनगर जिले से जुड़ा है. जहां सिविल लोकसेवा के अफसर और इंजीनियरिंग सेवा के अफसर में जंग छिड़ी है. मामला एक सड़क के किनारे उगी झाड़ियों की सफाई से जुड़ा है. बताया जा रहा है कि 16 सितम्बर को तत्कालीन जलालपुर एसडीएम सुनील कुमार ने मालीपुर जलालपुर मार्ग पर झाड़ियों की सफाई के लिए अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग को निर्देशित करते हुए एक पत्र भेज दिया.
अधिकारियों ने पत्र में क्या लिखाः एसडीएम का पत्र मिलते ही अधिशाषी अभियंता एमके अनिल ने जवाब में ऐसा पत्र भेजा कि एसडीएम के होश भी ठिकाने आ गया. अधिशासी अभियंता ने एसडीएम को लिखे पत्र में पूछा है कि 'आप उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित एवं उत्तर प्रदेश शासन द्वारा तैनात द्वितीय श्रेणी ख के अधिकारी हैं जबकि मैं वर्तमान में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित एवं उत्तर प्रदेश शासन द्वारा तैनात प्रथम श्रेणी श्रेणि क के अधिकारी पद पर तैनात हूं, आप स्पष्ट करें कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा निर्धारित किस नियमावली के अंतर्गत द्वितीय श्रेणी का अधिकारी प्रथम श्रेणी के अधिकारी को निर्देशित कर सकता है.
अधिशासी अभियंता के सवालः अधिशासी अभियंता यहीं नहीं रुके, उन्होंने एसडीएम सुनील कुमार से यह भी पूछ लिया कि 'क्या आपके द्वारा मालीपुर से जलालपुर मार्ग पर झाड़ियां एवं पेड़ों की शाखाओं को साफ करने के लिए कोई बजट इस खंड को उपलब्ध कराया गया है. इस कार्य में जो धनराशि प्रयोग की जाएगी उसे किस मद से खर्च किया जाएगा. अधिशाषी अभियंता एमके अनिल के इस पत्र के बाद प्रशासन में हड़कम्प मच गया.
डीएम दोनों अधिकारियों से बात करके मामला शांत करायाः बताया जा रहा है कि मामला तूल पकड़ता देख डीएम अविनाश कुमार सिंह ने दोनों अधिकारियों को बुलाकर मामले को शांत कराया. डीएम अविनाश सिंह ने बकायदा पत्र जारी करके कहा है कि आपसी संवाद के अभाव के कारण यह स्थिति आई है. अधिशाषी अभियंता को पत्र लिखने वाले एसडीएम सुनील कुमार का अभी तीन दिन पहले ही गैर जनपद स्थानांतरण हो गया है.
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