अंबेडकरनगर: बाबा विश्वनाथ की धरती काशी और श्रीराम के अवध में काफी गहरा नाता है. अवध के इस इलाके में कभी बनारस की चर्चा धार्मिक मान्यताओं को लेकर होती है, तो कभी बनारस के पान को लेकर, लेकिन अब रमजान के महीने में बनारस की बनी सेवईं यहां के लोगों को खूब पंसद आ रही है.
ईद की सेवईयों में संस्कृत की खूशबु
- ईद की तैयारी में जुटे जिले के लोगों की पहली पसंद बनारस की सेवईं है और इसकी खूब खरीदारी हो रही है.
- आपसी सौहार्द और भाईचारे के प्रतीक का त्योहार ईद अब नजदीक है.
- लोगों ने ईद की तैयारी शुरू कर दी है और इसके लिए सेवईयों की खरीदारी खूब हो रही है.
- ईद के त्योहार के मद्देनजर वैसे तो बाजार में सेवईयों की भरमार है, लेकिन प्रमुख रूप से बनारस की सेवईयां ही लोगों को आकर्षित कर रही हैं.
- लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर बनारस की सेवईं की खरीदारी की जा रही है.
दुकानदार असलम का कहना है कि बनारस की बनी सेवईं काफी पतली होती है. इससे महीन और मुलायम सेवईं नहीं मिलेगी, जो खाने में बहुत अच्छी होती है. बाजार में इसी सेवईं की मांग सबसे ज्यादा है.