अंबेडकरनगर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अंबेडकर नगर पहुंचे हैं. वह अंबेडकरनगर में बड़ी रैली को करेंगे संबोधित कर रहे हैं. दरअसल, खोई कुर्सी को वापस पाने की तैयारी में जुटी सपा अब पूर्वांचल के सियासत को साधने में जुट गई है. बसपा से अलग हुए दो विधायकों को आधार बनाकर सपा पूर्वांचल में अपना समीकरण मजबूत कर रही है. इसी सिलसिले में आज अखिलेश यादव अम्बेडकरनगर में हैं.
अखिलेश यादव अपनी इस रैली के बहाने पूर्वांचल के पिछड़ा, अति पिछड़ा और अल्पसंख्यक का गठजोड़ बनाने पर जोर दे रहे हैं. दरअसल, बसपा से अलग हुए दो नेताओं लालजी वर्मा और राम अचल राजभर को लेकर चल रही सियासी उहा पोह पर अब विराम लग गया है. आज अम्बेडकरनगर के अकबरपुर में सपा मुखिया अखिलेश यादव के समक्ष बसपा से अलग हुए दोनों विधायक लालजी वर्मा और राम अचल राजभर सपा का दामन थाम लिया है.
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महारैली को सम्बोधित करते हुए सपा मुखिया ने बीजेपी पर जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था के लिए एम्बुलेंस और डायल 100 चलाया. बुनकरों को फिक्स रेट पर बिजली दी. लेकिन इस सरकार ने इसे बंद कर दिया. अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों का मुद्दा भी उठाया और सरकार बनने पर उसे हल करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो पुरानी पेंशन बहाली पर ध्यान दिया जाएगा. अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार में किसानों को कुचलने का काम किया जा रहा है. गैस सिलेंडर का दाम बढ़ रहा है. इस सरकार में जितना अन्याय हुआ, उतना किसी सरकार में नहीं हुआ. अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग ठोको-ठोको करते हैं, उनके सांसद ठोके जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है
जनादेश महारैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर खूब निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सपा, भाजपा को 400 सीटों से हराएगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने आपसे पेंशन छीन ली, हक छीन लिया, गरीबों की कोई मदद नहीं कर रही. इसलिए 22 में बदलाव होगा.
उन्होंने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि हमने मुश्किल दौर में जनता का साथ दिया. लोगों की मदद के लिए सामने आए. उन्होंने कहा कि इस मंच से आए जनसमूह को देखकर निश्चित ही सपा की सरकार बनेगी.
जानकारों का मानना है कि पूर्वांचल में पिछड़ों और अति पिछड़ों की बाहुल्यता है. इसमें कुर्मी और राजभर समाज का अहम स्थान है. ऐसे में लालजी वर्मा और रामअचल राजभर के सपा में शामिल होने के बाद, पूर्वांचल की सियासत में बढ़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.