अम्बेडकरनगर: उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय है. ऐसे में प्रदेश के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इनमें से कुछ ऐसे गांव हैं, जहां कच्ची सड़कें हैं, जिनमें चलना दूभर है. जिले के कटेहरी ब्लाक अंतर्गत समग्र ग्राम जगदीशपुर में आजादी के सत्तर साल बाद भी विकास की किरणें नहीं पहुंच पाई हैं. जो थोड़ा बहुत लौ जली तो ग्राम प्रधान के शागिर्दों और खासमखास के आंगन में. हालांकि ग्रामीण पक्की सड़क के निर्माण की बाट जोह रहे हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने जगदीशपुर गांव की जमीनी हकीकत देखी. इस गांव में न तो पीने के लिए स्वच्छ पानी उपलब्ध है और न ही आने-जाने के लिए सड़कें. गांव को पक्की सड़क से जोड़ने वाला पुल टूट कर खत्म हो चुका है. वहीं लोग अपनी जिंदगी जोखिम में डालकर इस जर्जर पुल से गुजरते हैं. इस गांव में शौचालयों का भी अभाव है. विकास की दशा ऐसी है कि ये गांव आजादी के पहले की हालात को बयां करता है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव की दशा बहुत खराब है. गांव के विकास पर राजनीति भारी पड़ गयी है. गांव से बाहर जाने के लिए रास्ता नहीं है. इसके अलावा ग्राम समाज की जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा है, जबकि ग्राम प्रधान का कहना है कि बरसात की वजह से हालात खराब हुए हैं, हम जल्द ही इसे ठीक कराएंगे.