अंबेडकरनगर : जनपद में आए 1200 प्रवासी मजदूरों को रोडवेज बस सुविधा न मिलने के कारण पैदल ही घर के जाने का मामला सामने आया है. मजदूरों की स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें उनके घर बस के माध्यम से भेजना था, लेकिन प्रशासन ने इन मजदूरों को पैदल घर जाने पर मजबूर कर दिया. रात के अंधेरे में लाचार मजदूर अपने बीबी-बच्चों के साथ लम्बी दूरी का सफर तय करने पर विवश हो गए.
दरअसल शनिवार की दोपहर श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन लगभग 1200 मजदूरों को लेकर अकबरपुर रेलवे स्टेशन पहुंची. यहां से इन मजदूरों को रोडवेज की बसों से एकलव्य स्टेडियम ले जाया गया, जहां इनकी स्क्रीनिग कर इनको घर भेजना था. प्रशासन ने जैसे-तैसे स्क्रीनिंग की औपचारिकता शुरू की और देर शाम को इन मजदूरों को पैदल ही अपने घरों को जाने का फरमान सुना दिया.
लाचार मजदूर अपना सारा सामान लिए रात के अंधेरे में पैदल ही चल दिए. प्रवासी मजदूरों का कहना है कि प्रशासन ने कहा था कि बसों से उनको घर भेजा जाएगा लेकिन बाद में पैदल ही जाने को कह दिया. हमें पहले बताया गया होता तो हम अपने घरों से कोई साधन मंगा लेते. इस मामले को लेकर हमने प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया, लेकिन सीयूजी नम्बर कभी डायवर्ट तो कभी नेटवर्क क्षेत्र के बाहर बता रहा था.