अंबेडकरनगर: रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अंबेडकरनगर दौरे पर आ रहे हैं. वो यहां जनादेश महारैली को संबोधित करेंगे. यह महारैली प्रदेश के दो बड़े नेताओं लालजी वर्मा और राम अचल राजभर ने आयोजित की है. इस कार्यक्रम में ये दोनों नेता सपा में शामिल होंगे.
इस कार्यक्रम को लेकर भानमती स्मारक पीजी कालेज अकबरपुर में तैयारियां जोरों पर की गयी हैं. समर्थकों को बैठने के लिए विशाल पंडाल लगाया गया है. इस रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए दोनों नेता जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि अखिलेश यादव इस रैली के बहाने पूर्वांचल की सियासत को साधने का प्रयास करेंगे.
लालजी वर्मा और राम अचल राजभर जमीन से जुड़े नेता माने जाते हैं और इनके पास तीस साल से अधिक का राजनीतिक अनुभव है. दोनों बड़े नेताओं में शुमार किया जाते हैं. यूपी की सियासत में वापसी की तैयारी में जुटी सपा अब पूर्वांचल के सियासत को साधने में जुट गई है.
बसपा से अलग हुए दो विधायकों को आधार बना कर सपा पूर्वांचल में अपना समीकरण मजबूत कर रही है और इसी सिलसिले में 7 नवम्बर को अखिलेश यादव अंबेडकरनगर आ रहे हैं. यहां वो बसपा से अलग हुए दो विधायक लालजी वर्मा और राम अचल राजभर को सपा में शामिल कराएंगे. सपा मुखिया के मंसूबों को पूरा करने के लिए अंबेडकरनगर के ये दोनों विधायक जुट गए हैं.
जानकारों का मानना है कि लालजी वर्मा और राम अचल राजभर के सपा में शामिल होने के बाद पूर्वांचल की सियासत में बड़ा बदलाव होगा और सपा को अपनी खोई जमीन दोबारा हासिल करने में सफलता मिलेगी. कार्यक्रम आयोजक विधायक राम अचल राजभर ने बताया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का यह कार्यक्रम ऐतिहासिक होगा. मैं और लालजी वर्मा रविवार को सपा में शामिल होंगे. पूर्वांचल ही नहीं यूपी के सियासत में 7 नवंबर का दिन राजनीति की एक नई गाथा लिखेगा.