अंबेडकरनगर: बुनकर नगरी टांडा में जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल को आज चार दिन हो गए हैं. अब इस वारदात को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. विपक्ष जहां पुलिस पर आम लोगों के उत्पीड़न का आरोप लगा रहा है, वहीं पुलिस वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर कार्रवाई करने का दावा कर रही है. जमीनी हकीकत परखने के लिए हमने बुनकर नगरी के उस मुहल्ले का जायजा लिया जहां पर बवाल हुआ था. हमने यह भी जानने का प्रयास किया कि अब वहां माहौल क्या है. प्रशासन पर लग रहे विपक्ष के आरोपों में कितना दम है. पढ़े ये रिपोर्ट..
बीते शुक्रवार को टांडा के तलवा पार में हुए विवाद के बाद तलवा पार और काजीपुरा मुहल्ले के आस पास भी सन्नाटा पसरा हुआ है. अधिकांश लोगों के घरों में ताला लगा है, पावर लूम भी बंद पड़े हैं. जिससे कपड़ा बुनाई का कार्य प्रभावित हो रहा है. पावर लूम बंद होने से तमाम परिवारों के सामने जीविका चलाने का संकट आ गया है.
काजीपुरा मुहल्ले लोगों से मिलने आए सपा के वरिष्ठ नेता विधायक लालजी वर्मा ने कहा कि पुलिस उत्पीड़न कर रही है. हम लोगों को एसपी ने आश्वासन दिया है कि निर्दोषों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होगी. लालजी वर्मा ने कहा कि जेल में बंद निर्दोष लोगों के जमानत का प्रयास हम करेंगे.
यह भी पढ़ें-यूपी में शुक्रवार को पत्थर चलेगा तो शनिवार को बुलडोजर भी चलेगा: साक्षी महाराज
वैसे तो मोहल्ले में अधिकांश घरों में सन्नाटा था, लेकिन कुछ दूरी पर कुछ लोग टहलते हुए दिखाई दिए. इस दौरान जब हमने उनसे बात की तो हमें बताया गया कि पुलिस उनके साथ ज्यादती कर रही है. रात को घरों में घुस रही है. छत के ऊपर से घर में घुस रही है. लोगों का कहना है कि जो दोषी हों उन पर कार्रवाई हो, लेकिन निर्दोषों को छोड़ दिया जाए. लोगों ने यह भी बताया कि कुछ बाहरी लोगों ने आकर बवाल किया और भुगत मोहल्ले वाले रहे हैं.
एसपी अजीत कुमार सिन्हा का कहना है कि वीडियो फुटेज में जो लोग दिख रहे हैं उन्ही पर कार्रवाई हो रही है. मोहल्लों वालों की मांग पर ही दोषियों के पोस्टर लगाए गए हैं जिससे लोग शिनाख्त कर लें कि ये व्यक्ति था.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप