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अम्बेडकरनगर: सरकार ने कसा शिकंजा तो माफियाओं का ठिकाना बनी जेल - माफियाओं पर सरकार की सख्ती

उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर में सरकार की सख्ती के बाद माफिया और उनके गुर्गे जेल की राह पकड़ रहे हैं. सरकार की सख्ती के बाद जेल गैंगस्टरों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन रहा है.

माफियाओं पर सरकार की सख्ती
माफियाओं पर सरकार की सख्ती
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Published : Jul 15, 2020, 10:11 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST

अम्बेडकरनगर: कानपुर की वारदात को लेकर सवालों के घेरे में आई प्रदेश सरकार ने माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सरकार की सख्ती के बाद माफिया और उनके गुर्गे जेल की राह पकड़ रहे हैं. अयोध्या मंडल के सबसे चर्चित माफिया दिलीप वर्मा और डॉन के नाम से मशहूर खान मुबारक के दो गुर्गों ने जमानत उठा कर जेल की राह पकड़ ली है. सरकार की सख्ती के बाद जेल गैंगस्टरों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन रहा है. जहां से बेखौफ होकर ये अपने नेटवर्क का संचालन करेंगे.

माफियाओं ने पकड़ी जेल की राह
कानपुर वारदात को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने शुरू हो गए थे, जिसके बाद सरकार ने माफियाओं की सूची तैयार कर उन पर कार्रवाई का निर्देश जारी किया. इस सूची में जिले के दो माफिया खान मुबारक और अजय सिपाही का नाम शामिल है. अयोध्या जनपद के टॉप 10 में शामिल दिलीप वर्मा वैसे तो अयोध्या जिले का रहने वाला है, लेकिन उसकी आपराधिक गतिविधि अम्बेडकरनगर में ज्यादा है. सरकार ने जब शिकंजा कसा तो दिलीप ने गैंगस्टर के एक मामले में जमानत उठाकर जेल की राह पकड़ ली. यही नहीं खान मुबारक के दो गुर्गे अभिषेक सिंह और दिलीप चौरसिया ने भी जमानत उठाकर सरेंडर कर दिया है. अपराधी सरेंडर तो कर रहे हैं, लेकिन जेल में बैठकर जिस तरीके से ये अपना नेटवर्क चलाते हैं, उससे इस बात की उम्मीद करना बेईमानी होगी कि अपराध पर लगाम लग सकेगी.

अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि गैंगेस्टर दिलीप वर्मा जिसके ऊपर 32 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं और खान मुबारक गिरोह का सदस्य दिलीप चौरसिया और अभिषेक सिंह ने जमानत उठा कर सरेंडर किया है. पुलिस अपराधियों के नेटवर्क को तलाश रही है. किसी भी अपराधी और उसके गुर्गे को बख्शा नहीं जाएगा.

अम्बेडकरनगर: कानपुर की वारदात को लेकर सवालों के घेरे में आई प्रदेश सरकार ने माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सरकार की सख्ती के बाद माफिया और उनके गुर्गे जेल की राह पकड़ रहे हैं. अयोध्या मंडल के सबसे चर्चित माफिया दिलीप वर्मा और डॉन के नाम से मशहूर खान मुबारक के दो गुर्गों ने जमानत उठा कर जेल की राह पकड़ ली है. सरकार की सख्ती के बाद जेल गैंगस्टरों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन रहा है. जहां से बेखौफ होकर ये अपने नेटवर्क का संचालन करेंगे.

माफियाओं ने पकड़ी जेल की राह
कानपुर वारदात को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने शुरू हो गए थे, जिसके बाद सरकार ने माफियाओं की सूची तैयार कर उन पर कार्रवाई का निर्देश जारी किया. इस सूची में जिले के दो माफिया खान मुबारक और अजय सिपाही का नाम शामिल है. अयोध्या जनपद के टॉप 10 में शामिल दिलीप वर्मा वैसे तो अयोध्या जिले का रहने वाला है, लेकिन उसकी आपराधिक गतिविधि अम्बेडकरनगर में ज्यादा है. सरकार ने जब शिकंजा कसा तो दिलीप ने गैंगस्टर के एक मामले में जमानत उठाकर जेल की राह पकड़ ली. यही नहीं खान मुबारक के दो गुर्गे अभिषेक सिंह और दिलीप चौरसिया ने भी जमानत उठाकर सरेंडर कर दिया है. अपराधी सरेंडर तो कर रहे हैं, लेकिन जेल में बैठकर जिस तरीके से ये अपना नेटवर्क चलाते हैं, उससे इस बात की उम्मीद करना बेईमानी होगी कि अपराध पर लगाम लग सकेगी.

अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि गैंगेस्टर दिलीप वर्मा जिसके ऊपर 32 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं और खान मुबारक गिरोह का सदस्य दिलीप चौरसिया और अभिषेक सिंह ने जमानत उठा कर सरेंडर किया है. पुलिस अपराधियों के नेटवर्क को तलाश रही है. किसी भी अपराधी और उसके गुर्गे को बख्शा नहीं जाएगा.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST
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