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इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से संपर्क टूटा, ग्रामीण परेशान

अंबेडकर नगर में घाघरा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. टांडा तहसील क्षेत्र के कई गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है. प्रशासनिक मदद की आस लगाए बैठे ग्रामीण दहशत में हैं.

ग्रामीण परेशान
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Published : Sep 2, 2021, 11:47 AM IST

अंबेडकर नगर: घाघरा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. टांडा तहसील क्षेत्र के कई गांव तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है. प्रशासनिक मदद की आस लगाए बैठे ग्रामीण नदी के बढ़ते जलस्तर को देखकर दहशत में हैं. तटीय इलाकों में नदी का पानी पहुंचने से कई गांवों का संपर्क भी टूट गया है. लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं.

जिलों में उफनाती नदियां अपना रौद्र रूप दिखा रही है. कई गांव जलमग्न हो गए तो कई गांवों का संपर्क टूट गया है. कई जगह लोग बेघर हो गए हैं. बाढ़ की विभीषिका झेल रहे लोगों को अब सिर्फ और सिर्फ प्रशासनिक मदद की आस है. अंबेडकर नगर से होकर गुजरने वाली घाघरा नदी भी अपने पूरे उफान पर है. लगातार बढ़ रहे नदी के जलस्तर को देखकर ग्रामीण दहशत में हैं. टांडा तहसील क्षेत्र के अवसानपुर मांझा, सुंदर का पूरा, चौहान का पूरा समेत करीब छह गांव तक नदी का पानी पहुंच गया है.

घाघरा का पानी इलाकों में घुसा.

मांझा क्षेत्र में बसे कई घर कटान की वजह से नदी में समा गए, तो कई गांवों का संपर्क टूट गया. अपने खेतों तक या फिर बाजारों तक पहुंचने के लिए लोगों को अब नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. इतना ही नहीं जानवरों के चारे के लिए भी लोग नाव से लंबा सफर करने के लिए मजबूर हैं. बेघर हुए लोग अब दूसरों की जमीन पर छप्पर डालकर इस उम्मीद से जीवन-यापन कर रहे है कि उन तक एक न एक दिन प्रशासनिक मदद जरूर पहुंचेगी.

पढ़ें: कोरोना के बाद बाढ़ की आफत, 100 प्राइमरी स्कूलों में नहीं शुरू हो सकी पढ़ाई

ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ का पानी आने से समस्या बढ़ गई है. खाने-पीने के लिए दिक्कत हो रही है. बच्चे बीमार हैं, लेकिन दवा नहीं मिल पा रही है. हम लोगों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा है.

अंबेडकर नगर: घाघरा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. टांडा तहसील क्षेत्र के कई गांव तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है. प्रशासनिक मदद की आस लगाए बैठे ग्रामीण नदी के बढ़ते जलस्तर को देखकर दहशत में हैं. तटीय इलाकों में नदी का पानी पहुंचने से कई गांवों का संपर्क भी टूट गया है. लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं.

जिलों में उफनाती नदियां अपना रौद्र रूप दिखा रही है. कई गांव जलमग्न हो गए तो कई गांवों का संपर्क टूट गया है. कई जगह लोग बेघर हो गए हैं. बाढ़ की विभीषिका झेल रहे लोगों को अब सिर्फ और सिर्फ प्रशासनिक मदद की आस है. अंबेडकर नगर से होकर गुजरने वाली घाघरा नदी भी अपने पूरे उफान पर है. लगातार बढ़ रहे नदी के जलस्तर को देखकर ग्रामीण दहशत में हैं. टांडा तहसील क्षेत्र के अवसानपुर मांझा, सुंदर का पूरा, चौहान का पूरा समेत करीब छह गांव तक नदी का पानी पहुंच गया है.

घाघरा का पानी इलाकों में घुसा.

मांझा क्षेत्र में बसे कई घर कटान की वजह से नदी में समा गए, तो कई गांवों का संपर्क टूट गया. अपने खेतों तक या फिर बाजारों तक पहुंचने के लिए लोगों को अब नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. इतना ही नहीं जानवरों के चारे के लिए भी लोग नाव से लंबा सफर करने के लिए मजबूर हैं. बेघर हुए लोग अब दूसरों की जमीन पर छप्पर डालकर इस उम्मीद से जीवन-यापन कर रहे है कि उन तक एक न एक दिन प्रशासनिक मदद जरूर पहुंचेगी.

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ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ का पानी आने से समस्या बढ़ गई है. खाने-पीने के लिए दिक्कत हो रही है. बच्चे बीमार हैं, लेकिन दवा नहीं मिल पा रही है. हम लोगों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा है.

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