अलीगढ़ : भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के चुनाव प्रचार के दौरान थाना सिविल लाइन के जमालपुर इलाके में गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया. इस घटना में भाजपा के दो पदाधिकारी चोटिल हो गए. प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम के पुत्र भी जनसंपर्क अभियान में शामिल थे. भाजपा कार्यकर्ताओं ने बसपा के सभासद पर मारपीट का आरोप लगाया है. पुलिस ने इस मामले में सभासद समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन इलाके के मुस्लिम बाहुल्य इलाका जमालपुर में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा घर-घर और गलियों में जनसंपर्क किया जा रहा था. इसमें भाजपा सांसद सतीश गौतम के पुत्र समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे. बीजेपी के पदाधिकारियों का आरोप है कि जब वह जनसंपर्क कर रहे थे, उसी दौरान इलाके के बीएसपी सभासद अपने दर्जनों समर्थकों के साथ पहुंचे. जनसंपर्क का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए और जनसंपर्क रोक दिया. बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध करने पर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी गई, जहां से भाजपा कार्यकर्ता बमुश्किल बचकर निकल सके.
इसके बाद मौके पर इलाका पुलिस पहुंच गई और सभासद समेत चार आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पीड़ित भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि बसपा सभासद के समर्थकों ने अचानक हमला कर दिया और भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार नहीं करने दिया.
बसपा के महापौर मोहम्मद फुरकान ने कहा कि काले झंडे दिखाने को लेकर के विवाद हुआ है. समाजवादी पार्टी के नेता अज्जू इसहाक ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है और बिना चुनाव आयोग की अनुमति के रैली निकाली जा रही थी. उन्होंने कहा कि काले झंडे दिखाए गए हैं जो कि लोकतंत्र में जनता का अधिकार है.
वहीं एसपी सिटी अभिषेक ने बताया कि जमालपुर में भाजपा का कार्यालय खुला है और प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों को काले झंडे दिखाए गए. इस बीच गरमा-गरमी हुई है. उपद्रव करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.