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अंबेडकरनगर : सियासत में उलझी ऑक्सीजन पाइप लाइन, विधायक ने दिए थे 15 लाख

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Published : Jul 21, 2021, 10:57 PM IST

पूर्ववर्ती बसपा सरकार के समय वर्ष 2008 में जिला अस्पताल का संचालन शुरू हुआ था. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिला अस्पताल में 10 वेंटिलेटर का आईसीयू वार्ड बनाया गया था. मरीजों की सुविधा के मद्देनजर सरकार ने 10 वेंटिलेटर जिला अस्पताल को दिया था लेकिन अभी तक उसका संचालन शुरू नहीं हो सका है.

सियासत में उलझी ऑक्सीजन पाइप लाइन
सियासत में उलझी ऑक्सीजन पाइप लाइन

अंबेडकरनगर : महात्मा ज्योतिबा फुले संयुक्त जिला अस्पताल में अभी तक वेंटिलेटर का संचालन शुरू नहीं हो सका है. ऑक्सीजन पाइप लाइन के अभाव में अस्पताल में लगे वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं. इसके लिए पैसा आड़े आ रहा है. वहीं, प्रशासन विपक्ष के नेताओं द्वारा दिए पैसे से कार्य कराना ही नहीं चाह रहा है. सियासत के फेर में मरीजों की मुश्किलें बढ़ रहीं हैं.

पूर्ववर्ती बसपा सरकार में वर्ष 2008 में जिला अस्पताल का संचालन शुरू हुआ था. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिला अस्पताल में 10 वेंटिलेटर का आईसीयू वार्ड बनाया गया था. मरीजों की सुविधा के मद्देनजर सरकार ने 10 वेंटिलेटर जिला अस्पताल को दिया था लेकिन अभी तक उसका संचालन शुरू नहीं हो सका है.

बताया जाता है कि वेंटिलेटर संचालन के लिए वार्ड में जरूरी ऑक्सीजन पाइप लाइन अभी तक नहीं लगाई गई है. बजट के अभाव में इसका काम लटका हुआ है.

कटेहरी विधायक ने दिया था 15 लाख

जिला अस्पताल में वेंटिलेटर में ऑक्सीजन पाइप लाइन लगाने के लिए कटेहरी के विधायक लालजी वर्मा ने डेढ़ माह पहले अपनी विधायक निधि से 15 लाख रुपये प्रशासन को दिए थे. इसमें से 9 लाख जिला अस्पताल के सीएमएस के खाते में भेज दिया गया था. धनराशि मिलने के बावजूद अभी तक अस्पताल प्रशासन ऑक्सीजन पाइप लाइन लगाने का कार्य नहीं शुरू कर सका. कोरोना की तीसरी लहर आने की आहट है. ऐसे में वेंटिलेटर का संचालन शुरू न होने से मरीजों की मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं.

यह भी पढ़ें : जासूसी कराने वालों ने देश को दिया धोखा, जनता लेगी हिसाब : अखिलेश

बताया जाता है कि जिला अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन पर राजनीति का ग्रहण लग गया है. दरअसल, अस्पताल में पाइप लाइन लगाने के लिए विपक्ष के नेता लालजी वर्मा ने धनराशि दी थी.

पहले तो प्रशासन ने पैसा ले लिए और जिला अस्पताल को पहली किस्त अवमुक्त भी कर दी. लेकिन अब जिला अस्पताल ने कार्य कराने से हाथ खड़ा कर दिया. बताया जाता है कि विपक्ष के नेता का बोर्ड न लग सके, इस लिए काम में अड़ंगा लगा दिया गया है.

जिला अस्पताल के सीएमएस ओमप्रकाश का कहना है कि विधायक निधि से 15 लाख रुपये पाइप लाइन के लिए मिला था. शासन के नए दिशा-निर्देश पर जब स्टीमेट बनवाया गया तो बजट कम पड़ा. इस लिए पैसा वापस कर दिया गया.

क्या कहते हैं विधायक

जिला अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन लगाने के लिए धनराशि देने वाले विधायक लालजी वर्मा का कहना है कि पहले उन्हें तकरीबन 15 लाख का खर्च बताया गया था. इसे उन्होंने दे दिया था. बाद में सीएमएस ने फोन कर 10 लाख रुपये और देने का आग्रह किया. इस पर उनसे कहा कि आप काम शुरू कराइए, प्रस्ताव दीजिए. 10 लाख रुपये और दे दिए जाएंगे.

उन्होंने तो पैसा देने का प्रस्ताव किया था लेकिन प्रशासन ने काम क्यों नहीं शुरू किया, ये वो नहीं जानते. कहा कि जनहित के काम में राजनीति ठीक नहीं. जनता की भलाई के लिए जितनी भी धनराशि की जरूरत होगी, उसकी व्यवस्था की जाएगी.

अंबेडकरनगर : महात्मा ज्योतिबा फुले संयुक्त जिला अस्पताल में अभी तक वेंटिलेटर का संचालन शुरू नहीं हो सका है. ऑक्सीजन पाइप लाइन के अभाव में अस्पताल में लगे वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं. इसके लिए पैसा आड़े आ रहा है. वहीं, प्रशासन विपक्ष के नेताओं द्वारा दिए पैसे से कार्य कराना ही नहीं चाह रहा है. सियासत के फेर में मरीजों की मुश्किलें बढ़ रहीं हैं.

पूर्ववर्ती बसपा सरकार में वर्ष 2008 में जिला अस्पताल का संचालन शुरू हुआ था. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिला अस्पताल में 10 वेंटिलेटर का आईसीयू वार्ड बनाया गया था. मरीजों की सुविधा के मद्देनजर सरकार ने 10 वेंटिलेटर जिला अस्पताल को दिया था लेकिन अभी तक उसका संचालन शुरू नहीं हो सका है.

बताया जाता है कि वेंटिलेटर संचालन के लिए वार्ड में जरूरी ऑक्सीजन पाइप लाइन अभी तक नहीं लगाई गई है. बजट के अभाव में इसका काम लटका हुआ है.

कटेहरी विधायक ने दिया था 15 लाख

जिला अस्पताल में वेंटिलेटर में ऑक्सीजन पाइप लाइन लगाने के लिए कटेहरी के विधायक लालजी वर्मा ने डेढ़ माह पहले अपनी विधायक निधि से 15 लाख रुपये प्रशासन को दिए थे. इसमें से 9 लाख जिला अस्पताल के सीएमएस के खाते में भेज दिया गया था. धनराशि मिलने के बावजूद अभी तक अस्पताल प्रशासन ऑक्सीजन पाइप लाइन लगाने का कार्य नहीं शुरू कर सका. कोरोना की तीसरी लहर आने की आहट है. ऐसे में वेंटिलेटर का संचालन शुरू न होने से मरीजों की मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं.

यह भी पढ़ें : जासूसी कराने वालों ने देश को दिया धोखा, जनता लेगी हिसाब : अखिलेश

बताया जाता है कि जिला अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन पर राजनीति का ग्रहण लग गया है. दरअसल, अस्पताल में पाइप लाइन लगाने के लिए विपक्ष के नेता लालजी वर्मा ने धनराशि दी थी.

पहले तो प्रशासन ने पैसा ले लिए और जिला अस्पताल को पहली किस्त अवमुक्त भी कर दी. लेकिन अब जिला अस्पताल ने कार्य कराने से हाथ खड़ा कर दिया. बताया जाता है कि विपक्ष के नेता का बोर्ड न लग सके, इस लिए काम में अड़ंगा लगा दिया गया है.

जिला अस्पताल के सीएमएस ओमप्रकाश का कहना है कि विधायक निधि से 15 लाख रुपये पाइप लाइन के लिए मिला था. शासन के नए दिशा-निर्देश पर जब स्टीमेट बनवाया गया तो बजट कम पड़ा. इस लिए पैसा वापस कर दिया गया.

क्या कहते हैं विधायक

जिला अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन लगाने के लिए धनराशि देने वाले विधायक लालजी वर्मा का कहना है कि पहले उन्हें तकरीबन 15 लाख का खर्च बताया गया था. इसे उन्होंने दे दिया था. बाद में सीएमएस ने फोन कर 10 लाख रुपये और देने का आग्रह किया. इस पर उनसे कहा कि आप काम शुरू कराइए, प्रस्ताव दीजिए. 10 लाख रुपये और दे दिए जाएंगे.

उन्होंने तो पैसा देने का प्रस्ताव किया था लेकिन प्रशासन ने काम क्यों नहीं शुरू किया, ये वो नहीं जानते. कहा कि जनहित के काम में राजनीति ठीक नहीं. जनता की भलाई के लिए जितनी भी धनराशि की जरूरत होगी, उसकी व्यवस्था की जाएगी.

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