अंबेडकरनगर: जिला अस्पताल के स्वास्थ व्यवस्था की कलई शुक्रवार को दूसरे दिन भी उजागर हो गयी. एसडीएम के निरीक्षण में अस्पताल में भी तैनात चिकित्सक फिर नदारद मिले हैं. जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम और सीएमओ को कई डॉक्टरों का कक्ष बंद भी मिला.
जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टरों और कर्मचारियों की कार्यशैली में सुधार होता दिख नहीं रहा है. सीएमओ डॉ. श्रीकांत शर्मा गुरुवार की सुबह उपमुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय वर्मा के साथ जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे. जहां डॉक्टरों की लापरवाही खुलकर सामने आई थी. इस निरीक्षण में 12 डॉक्टर अपने कक्ष से नदारद पाए गए थे. वहीं, ज्यादातर डॉक्टरों के हस्ताक्षर रजिस्टर पर पाए गए थे. लेकिन वह कक्ष में उपलब्ध नहीं थे. वहीं, शुक्रवार को सदर एसडीएम पवन कुमार जयसवाल ने जिला अस्पताल का घूम-घूम कर निरीक्षण किया. एसडीएम के निरीक्षण में भी 6 से अधिक डॉक्टर ओपीडी से नदारद पाए गए. एक दिन पहले ही सीएमओ ने भी जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था. इसके बावजूद भी डॉक्टरों पर सीएमओ के निरीक्षण का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
सरकारी डॉक्टर कर रहे प्राइवेट प्रैक्टिसः जिला अस्पताल में अक्सर गरीब मरीज इलाज के लिए आते हैं. सरकार की यह प्राथमिकता है कि सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधा मिले. लेकिन अस्पताल में तैनात डॉक्टर सरकारी सेवा के बावजूद निजी प्रैक्टिस को ज्यादा महत्व दे रहे हैं. जिला अस्पताल में तैनात अधिकांश डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं. ज्यादातर लोगों ने किसी डॉक्टर के नाम से अस्पताल का लाइसेंस ले लिया है. जो संविदा के डॉक्टर हैं, वो तो नाम मात्र ही अस्पताल में आते हैं.
एसडीएम पवन कुमार जयसवाल का कहना है कि आज जिला अस्पताल का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण में कई डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे डॉक्टरों पर समुचित कार्रवाई के लिए पूरी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी.