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अंबेडकरनगर: गरीब परिवारों को नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ

उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में गरीब परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है. ऐसा ही एक परिवार जिले के बीबीपुर सिटकहा में है, जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है. आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण परिवार के पास रहने और खाने की कोई व्यवस्था नहीं है.

अंबेडकरनगर.
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Published : Jul 7, 2019, 11:05 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST

अंबेडकरनगर: जिले के भीटी तहसील क्षेत्र में बीबीपुर सिटकहा निवासी राम सुबरन का परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है. इस परिवार को सरकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल रहा. परिवार वालों का कहना है कि उनके पास न तो रहने के लिए घर है और न दो वक्त की रोटी मिल पाती है. इतना ही नहीं परिवार की आमदनी भी इतनी नहीं है कि वह अपनी बेटी को स्कूल भेज सके.

जानकारी देते संवाददाता.
  • राम सुबरन पत्नी संग मजदूरी कर अपने परिवार के जिंदगी चला रहे हैं.
  • पुत्र -पुत्री और पत्नी संग छप्पर में निवास करते हैं सुबरन, जिसमें हल्की सी बारिश में पानी भर जाता है.
  • सरकार ने गैस सिलेंडर तो दिया लेकिन घर में पर्याप्त मात्रा में राशन की व्यवस्था नहीं है.
  • खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मिलने वाला राशन भी बराबर नहीं मिलता.
  • गरीबी के चलते महीने में 10 से 15 दिन एक टाइम ही परिवार को भरपेट भोजन मिलता है.
  • आर्थिक तंगी के चलते बेटी मनीषा को बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी.
  • सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते सरकारी योजनाएं गरीबों तक नही पहुंच पा रही हैं.

सुबरन का परिवार बहुत गरीब है. इसके पास खेत नहीं है. मजदूरी करके जिंदगी गुजार रहे हैं. राशन मिलता है, लेकिन बराबर वो भी नहीं मिलता. इस परिवार को सरकारी योजनाएं भी नहीं मिल रही हैं. अधिकारियों से बात हुई है, जल्द ही सुविधाएं मिलेंगी.
कन्हैया वर्मा, ग्राम प्रधान

अंबेडकरनगर: जिले के भीटी तहसील क्षेत्र में बीबीपुर सिटकहा निवासी राम सुबरन का परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है. इस परिवार को सरकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल रहा. परिवार वालों का कहना है कि उनके पास न तो रहने के लिए घर है और न दो वक्त की रोटी मिल पाती है. इतना ही नहीं परिवार की आमदनी भी इतनी नहीं है कि वह अपनी बेटी को स्कूल भेज सके.

जानकारी देते संवाददाता.
  • राम सुबरन पत्नी संग मजदूरी कर अपने परिवार के जिंदगी चला रहे हैं.
  • पुत्र -पुत्री और पत्नी संग छप्पर में निवास करते हैं सुबरन, जिसमें हल्की सी बारिश में पानी भर जाता है.
  • सरकार ने गैस सिलेंडर तो दिया लेकिन घर में पर्याप्त मात्रा में राशन की व्यवस्था नहीं है.
  • खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मिलने वाला राशन भी बराबर नहीं मिलता.
  • गरीबी के चलते महीने में 10 से 15 दिन एक टाइम ही परिवार को भरपेट भोजन मिलता है.
  • आर्थिक तंगी के चलते बेटी मनीषा को बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी.
  • सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते सरकारी योजनाएं गरीबों तक नही पहुंच पा रही हैं.

सुबरन का परिवार बहुत गरीब है. इसके पास खेत नहीं है. मजदूरी करके जिंदगी गुजार रहे हैं. राशन मिलता है, लेकिन बराबर वो भी नहीं मिलता. इस परिवार को सरकारी योजनाएं भी नहीं मिल रही हैं. अधिकारियों से बात हुई है, जल्द ही सुविधाएं मिलेंगी.
कन्हैया वर्मा, ग्राम प्रधान

Intro:Exclusive

एंकर-आज के इस चकाचौंध भरी दुनिया मे यदि ये सुनने को मिले कि कोई परिवार गरीबी की वजह से भूखों सोता है ,घर की बेटी पढ़ना तो चाहती है लेकिन स्कूल नही जा पाती क्योकि उसके पास पैसे नही हैं ,यह बात सुनने में अजीब जरूर है लेकिन एक दम सच है ,खेती न होने की बजह से पति पत्नी मजदूरी करते हैं जिससे घर का खर्च चलता है लेकिन उनकी आमदनी इतनी नही कि परिवार को दोनों टाइम भोजन दे सके ,बिटिया को स्कूल भेज सके और रहने के लिए घर की ब्यवस्था कर सके,जिले के भीटी तहसील छेत्र में बीबीपुर सिटकहा निवासी राम सुबरन के परिवार पर गरीबी के कहर जिसके मंजर को देख लोगों के आंखों से आंसू निकल आते हैं ,बिटिया दर्द सुनेगे तो कलेजा निकल कर हाथ मे आ जायेगा ,सरकारी योजनाए भी मानो इस परिवार से मुह मोड़ लिए हैं।


Body:पत्नी संग मज़दूरी कर अपने परिवार के जिंदगी संजो रहे हैं बीबीपुर सिटकहा निवासी राम सुबरन,

पुत्र -पुत्री और पत्नी संग छप्पर में निवास करते हैं सुबरन,हल्की सी बारिश में भर जाता है पानी,

सरकार ने गैस सिलेंडर तो दिया लेकिन घर मे पर्याप्त मात्रा में राशन की नही हो पाती ब्यवस्था,

खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मिलने वाला राशन भी बराबर नही मिल रहा है ,

गरीबी के चलते महीने में दस से पन्द्रह दिन एक टाइम ही नमक भात खा कर जिंदगी गुजार रहा है परिवार,

पैसों की तंगी के चलते बीच मजधार में ही छुटी घर के बेटी मनीषा की पढ़ाई,


सिस्टम में ब्याप्त भ्रष्टाचार के चलते गरीबों तक नही पहुँच पा रही हैं सरकारी योजनाएं,



Conclusion:गरीबी के चलते भूखे सो कर जिंदगी काट रहे सुबरन के परिवार तक सरकारी योजनाओं को पहुचाने के बारे में डीएम राकेश मिश्रा का कहना है कि राशन के मामले पर बोलना मेरे स्टेटस के खिलाफ है ।


सुबरन का परिवार बहुत गरीब है इसके पास खेत नही है मजदूरी करके जिंदगी गुजार रहे हैं राशन मिलता है लेकिन बराबर वो भी नही मिलता ,इनका परिवार महीने में दस दिन एक टाइम खा कर सोता है ,बिटिया पढ़ नही पा रही है ,इस परिवार को सरकारी योजनाए भी नही मिल रही हैं ,अधिकारियों से बात हुई है कहते हैं जल्द ही सुबिधाये मिलेंगी।
कन्हैया वर्मा ,ग्राम प्रधान

अनुराग चौधरी
अम्बेडकरनगर
9451734102
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST
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