अम्बेडकरनगर: कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर स्वास्थ विभाग के साथ जिले का प्रशासनिक अमला भी खुद को संजीदा दिखाने के प्रयास में लगा रहा. लेकिन लक्ष्य के सापेक्ष हुए कम टीकाकरण ने सारी तैयारियों की पोल खोल दी. जिले में शनिवार को 400 लोगों को टीका लगना था, लेकिन 234 लोगों का ही टीकाकरण हो सका है.
जिले में कोविड-19 का टीका लगने के लिए महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज, सीएचसी बसखारी, सीएचसी टाण्डा और जिला अस्पताल अकबरपुर को केंद्र बनाया गया था. यहां प्रत्येक सेंटर पर 100-100 लोगों को टीका लगना था. जिन लोगों को टीका लगना था, उनकी सूची पहले से ही तैयार थी और मोबाइल द्वारा उनके पास मैसेज भी भेजा गया था. जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से उन्हें समय रहते सूचना देने का भी दावा किया जा रहा है. प्रत्येक टीका केंद्र पर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का प्रसारण हुआ और उसके बाद टीकाकरण शुरू हुआ.
राजकीय मेडिकल कॉलेज में सबसे कम हुआ टीकाकरण
जिले में जिन चार केंद्रों पर टीका लगना था, उसमें महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में सबसे कम 39 लोगों को ही टीका लगा. वहीं बसखारी में 70, जिला अस्पताल में 64 और टाण्डा में 61 लोगों को टीका लगाया गया. इतनी तैयारियों के बावजूद मेडिकल कॉलेज में सबसे कम टीकाकरण होने को लेकर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. संदीप कौशिक ने बताया कि सीएमओ ऑफिस से सूची मिस मैच हो गयी. जो नाम भेजा गया था, उसमें परिवर्तन हो गया. उन्होंने बताया कि मेरा भी नाम कट गया. हम समीक्षा कर रहे हैं.
आज जिन लोगों को टीका लगना था, वह सभी कर्मचारी ही थे. वहीं जिले में कम टीकाकरण को लेकर सीएमओ अशोक कुमार का कहना है कि हमने सभी लोगों को बुलाया था. लेकिन वह लोग आए ही नहीं. हम इसकी जांच करेंगे. मेडिकल कॉलेज वालों को वही सूची दी गयी थी, जो शासन से आया था.