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कुंभ 2019 : आस्था की डुबकी के लिए देशभर से आए श्रद्धालुओं ने जमाया डेरा - प्रयागराज न्यूज

प्रयागराज में मौनी अमावस्या के लिए देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु संगम के विभिन्न इलाकों में डेरा जमा चुके हैं. वहीं श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने का इंतजार कर रहे हैं.

देशभर से श्रद्धालु संगमनगरी आ चुके हैं.
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Published : Feb 3, 2019, 9:58 PM IST

प्रयागराज : संगम की रेती पर मौनी अमावस्या के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने खुले आसमान के नीचे डेरा जमा लिया है. देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु संगम के विभिन्न इलाकों में डेरा जमाए गंगा में डुबकी लगाने का इंतजार कर रहे हैं.

देशभर से श्रद्धालु संगमनगरी आ चुके हैं.
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प्रयागराज का कुंभ मेला क्षेत्र के अक्षयवट मार्ग किलाघाट वीआईपी घाट, सेक्टर 1, सेक्टर 2 में यात्रियों की भारी भीड़ खुले आसमान के नीचे इस समय है और यहां पर वह परिवार सहित रुक कर के सुबह संगम में स्नान करेंगे. अपने साथ लाए हुए सामान से वह खाने की चीजे बना रहे हैं. जगह-जगह समूह में बैठी महिलाएं समय बिताने के लिए गंगा गीत और भक्ति गीतों को गाकर समय व्यतीत कर रही है.


श्रद्धालुओं को संगम क्षेत्र में किसी भी तरह से ठंड का असर नहीं हो रहा है. उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्हें वह सौभाग्य मिला है, जब वह कल गंगा में आस्था की डुबकी लगाएंगे और अपने जीवन को धन्य करके कृतार्थ करेंगे. पूरब या पश्चिम उत्तर हो या दक्षिण या फिर देश से बाहर हर जगह से श्रद्धालु इस समय संगम में आ चुके हैं. प्रयागराज की संगम के धरती पर आयोजित होने वाले इस महाकुंभ के आयोजन का वह भागीदारी भी बन रहे हैं. प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था और सुविधा यात्रियों के लिए भरपूर मात्रा में की गई है.

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प्रयागराज : संगम की रेती पर मौनी अमावस्या के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने खुले आसमान के नीचे डेरा जमा लिया है. देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु संगम के विभिन्न इलाकों में डेरा जमाए गंगा में डुबकी लगाने का इंतजार कर रहे हैं.

देशभर से श्रद्धालु संगमनगरी आ चुके हैं.
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प्रयागराज का कुंभ मेला क्षेत्र के अक्षयवट मार्ग किलाघाट वीआईपी घाट, सेक्टर 1, सेक्टर 2 में यात्रियों की भारी भीड़ खुले आसमान के नीचे इस समय है और यहां पर वह परिवार सहित रुक कर के सुबह संगम में स्नान करेंगे. अपने साथ लाए हुए सामान से वह खाने की चीजे बना रहे हैं. जगह-जगह समूह में बैठी महिलाएं समय बिताने के लिए गंगा गीत और भक्ति गीतों को गाकर समय व्यतीत कर रही है.


श्रद्धालुओं को संगम क्षेत्र में किसी भी तरह से ठंड का असर नहीं हो रहा है. उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्हें वह सौभाग्य मिला है, जब वह कल गंगा में आस्था की डुबकी लगाएंगे और अपने जीवन को धन्य करके कृतार्थ करेंगे. पूरब या पश्चिम उत्तर हो या दक्षिण या फिर देश से बाहर हर जगह से श्रद्धालु इस समय संगम में आ चुके हैं. प्रयागराज की संगम के धरती पर आयोजित होने वाले इस महाकुंभ के आयोजन का वह भागीदारी भी बन रहे हैं. प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था और सुविधा यात्रियों के लिए भरपूर मात्रा में की गई है.

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Intro:संगम की रेती पर मोनी अमावस्या के लिए पहुंचने वाला आस्था करेला खुले आसमान के नीचे डेरा जमा लिया है उसे ठंड लग रही है नहीं थकान भारी है तो सिर्फ उसकी आस्था दूर-दूर से देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु संगम के विभिन्न इलाकों में डेरा जमा लिए हैं आस्था की डुबकी लगाने की खातिर वह खुले आसमान के नीचे तक पट्टी बंधा कर इंतजार कर रहे हैं कि कब शुरू होता है जब वह आस्था की डुबकी लगाएंगे


Body:प्रयागराज का कुंभ मेला क्षेत्र के अक्षय वट मार्ग किलाघाट वीआईपी घाट सेक्टर 1 सेक्टर 2 में यात्रियों की भारी भीड़ खुले आसमान के नीचे इस समय आ गई है और यहां पर वह परिवार सहित रुक कर के सुबह संगम में स्नान करेंगे । अपने साथ लाए हुए सामान से वह बाटी चोखा दाल चावल खाने की वस्तु को भी बना रहे हैं और जगह जगह पर समूह में बैठी महिलाएं समय बिताने के लिए गंदा गीत और भक्ति गीतों को गाकर समय व्यतीत कर रही है श्रद्धालुओं को संगम क्षेत्र में किसी भी तरह से ठंड का असर नहीं हो रहा है उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्हें वह सौभाग्य मिला है जब वह कल संगम की रेती पर पहुंचकर गंगा मैया में आस्था की डुबकी लगाएंगे और अपने जीवन को धन्य करके कृतार्थ करेंगे।


Conclusion:पूरब या पश्चिम उत्तर हो या दक्षिण या फिर देश से बाहर हर जगह से श्रद्धालु इस समय संगम में आ चुके हैं। प्रयागराज की संगम के धरती पर आयोजित होने वाले इस महाकुंभ के आयोजन का वह भागीदारी भी बन रहे हैं उन्हें इस बात की हार्दिक खुशी है कि प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था और सुविधा यात्रियों के लिए भरपूर मात्रा में की गई है।

बाईट :श्रद्धालु

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज
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