प्रयागराज: हर हर महादेव और जय गंगा मइया का जयकारा लगाते हुए जूना अखाड़ा के साधु, संत जब शाही स्नान के लिए छावनी से बाहर निकले तो नागा साधुओं को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान श्रद्धालुओं ने हाथ जोड़कर संतों का दर्शन कर आशीष लिया. बता दें कि सबसे अधिक नागा साधु जूना अखाड़ा में मौजूद हैं.
कुम्भ मेले में आखिरी शाही स्नान के लिए जूना अखाड़ा के हजारों नागा साधुओं ने पूरी आस्था के साथ गंगा में डुबकी लगाई. इसके तुरंत बाद आचार्य महामंडलेश्वर, महामंडलेश्वर और नागा साधुओं ने वापसी करते हुए जमकर करतब दिखाया. इसमें कोई तलवार भाजता नजर आया तो कोई त्रिशूल लेकर भगवान शिव के जयकारे लगाने में व्यस्त रहा.
महिला नागा संयासी भी रहीं शामिल
जूना अखाड़ा के साधू संत आगे-आगे चले तो उसके पीछे महिला नागाओं की टोली भी निकली. इस दौरान हर किसी की नजरें महिला नागा संयासियों के ऊपर टिकी रहीं. महिला सन्यासियों का आचार्य महामंडलेश्वर और महंत आगे-आगे चले और पीछे-पीछे महिला अवधूतुनि भस्म लगाए नजर आईं. बसन्त पंचमी के पावन पर्व पर देश दुनिया के संत महत्माओं ने आस्था की डुबकी लगाई.